बाल पंचायत के बच्चों ने ग्रामीण क्षेत्र में चलाया चुनाव को लेकर जागरूकता अभियान
- कहा चुने उन्हें जो सुरक्षित बचपन की करे बात
- बाल पंचायत ने बच्चों की शिक्षा एवं सुरक्षा की गारंटी की की मांग
गिरिडीह। पंचायती राज चुनाव की घोषणा होते ही नामांकन करने वाले उम्मीदवारों की होड़ सी लगी है। हर उम्मीदवार चाहे वे जिला परिषद उम्मीदवार हों, पंचायत समिति के उम्मीदवार हों, मुखिया पद के उम्मीदवार हों या वार्ड सदस्य के प्रत्याशी हों, हर कोई मतदाताओं को अपने पक्ष में मतदान करने की अपील करते हुए नजर आ रहे हैं।
एक तरफ 18 साल की उम्र के युवाओ में इस बार पहली बार मतदान करने को लेकर उत्साह है तो दूसरी तरफ बाल पंचायत के बच्चे हांथ में तख्ती लिए बाल मित्र ग्रामों में मतदाता जागरूकता अभियान चलाते नजर आए। बाल पंचायतों के बच्चे मतदाताओं से अपील करते हुए नजर आए की आप उन्हें चुने जो सुरक्षित बचपन की बात करें। बच्चों की शिक्षा, सुरक्षा एवं समाज में बच्चों के बराबरी का जो पक्षधर हो उसे आप लोग अपना वोट देकर एक सशक्त एवं जवाबदेह जनप्रतिनिधि चुनें।
बाल पंचायत अमतरो की मुखिया मनीषा कुमारी ने मतदाताओं से कहा कि जो बेटियों की उच्च शिक्षा और बाल श्रम मुक्त समाज की बात करे और इन दोनों मुद्दों को अपने घोषणा पत्र में शामिल करे उन्हें आप लोग जनप्रतिनिधि चुने। बाल मित्र ग्राम नीमाडीह की सचिव मुन्नी कुमारी ने अपने संबोधन में कहा कि नोबेल शांति पुरस्कार विजेता सह हम सभी के नेता कैलाश सत्यार्थी हर बच्चे के चेहरे पर मुस्कान चाहते हैं। बाल मित्र ग्राम कार्यक्रम के माध्यम से हम लोग बाल मित्र समाज बनाने की ओर अग्रसर हैं। बाल मित्र समाज के निर्माण में ग्राम पंचायतों की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। जो उम्मीदवार बच्चों की भावनाओं को समझें और उन्हें केंद्र बिंदु में रखें आप उन्हें जनप्रतिनिधि चुनें।
बाल पंचायत द्वारा अब तक पछियारीडीह, कुरची, चेरवा, हरनी, अमतरो मनीमहोडर, निमाडीह और सांख में यह अभियान चलाया जा चुका है। गावां प्रखण्ड के सभी 17 ग्राम पंचायतों में बाल पंचायतो द्वारा यह अभियान चलाने का निर्णय लिया गया।