भवानीपुर के साथ नंदीग्रीम विस सीट से भी चुनाव लड़ेंगी ममता बनर्जी
नंदीग्राम सीट को लेकर सियासत हो गयी है तेज
कोलकाता। शुभेंदु अधिकारी के तृणमूल कांग्रेस छोड़ने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पहली बार पूर्व मेदिनीपुर जिले के नंदीग्राम में जनसभा की। जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 में नंदीग्राम से ही तृणमूल कांग्रेस की जीत की कहानी लिखी जायेगी। नंदीग्राम उनके दिल में बसा हुआ है और यहां के लोगों को न्याय दिलाने के लिए उन्होंने स्वयं आंदोलन किया था. इसलिए इस बार वह नंदीग्राम से भी चुनाव लड़ना चाहती हैं।
सुश्री बनर्जी ने कहा कि भवानीपुर मेरा घर है और नंदीग्राम मेरी आत्मा। इसलिए इस बार विधानसभा चुनाव वे नंदीग्राम व भवानीपुर दोनों विधानसभा सीटों से लड़ेंगीं। उन्होंने कहा कि नंदीग्राम उनके लिए काफी भाग्यशाली स्थल रहा है। यहां से उन्होंने वाम मोर्चा के खिलाफ आंदोलन को नया आयाम दिया था और वाम मोर्चा के 34 वर्ष के कुशासन को खत्म किया था। नंदीग्राम को शुभेंदु अधिकारी का गढ़ माना जाता है। शुभेंदु अधिकारी पिछले महीने ही में तृणमूल छोड़कर भाजपा में शामिल हुए हैं। ऐसे में नंदीग्राम का चुनाव इस बार दिलचस्प होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रक्त से सने उस दिन को मैं नहीं भूल सकती हूं। मुख्यमंत्री ने अधिकारी परिवार का नाम लिये बगैर उन पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कुछ लोग इधर-उधर कर रहे हैं। लेकिन, आप चिंता न करें। मैं आपके साथ हूं। पार्टी छोड़ने वालों का नाम लिये बगैर ममता बनर्जी ने कहा कि तृणमूल का जब जन्म हुआ था तब वे नहीं थे। कोई-कोई जा ही सकते हैं। राजनीति में तीन लोग होते हैं- लोभी, भोगी और त्यागी। कोई भी त्यागी अपनी मां की गोद नहीं छोड़ता। लोभी और भोगी ही ऐसा कर सकते हैं। मुख्यमंत्री ने भाजपा पर तृणमूल कांग्रेस को डराने-धमकाने का आरोप लगाया।