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कोरोना के एंटीजन जांच के नाम पर गिरिडीह शहर के जांच घर के फर्जीवाड़ा का खुलासा किया भाकपा माले ने

गिरिडीहः
गिरिडीह शहर के जांच घर में कोरोना जांच के फर्जीवाड़ा का खुलासा सोमवार को भाकपा माले के नेताओं ने किया। इस दौरान जांच घर संचालक को माले नेता राजेश यादव और राजेश सिन्हा ने जब कड़ा अल्टीमेटम दिया। तो जांच घर संचालक ने अपनी गलती स्वीकारा। हालांकि इस दौरान जांच घर संचालक से माले नेता राजेश सिन्हा उलझ पड़े। गनीमत रही कि जांच घर संचालक को माले नेताओं ने पीटाई नहीं किया। कोरोना जांच का यह फर्जीवाड़ा सदर अस्पताल के समीप मकतपुर-कचहरी रोड स्थित कृष्णा पैथोलाॅजी सेंटर में चल रहा था। कोरोना के एंटीजन जांच के नाम पर पैथोलाॅजी सेंटर का संचालन द्वारा किया जा रहा था। जबकि सरकार की और से अब तक पूरे जिले में किसी प्राईवेट जांच घर को कोरोना के किसी जांच के लिए अधिकृत नहीं किया गया है। क्योंकि जिले के किसी जांच घर के पास कोरोना जांच का सैंपल क्लेक्शन और जांच कीट उपलब्ध नहीं है। यही नही किसी जांच घर ने फिलहाल सरकार के पास कोरोना जांच रिपोर्ट देने का प्रस्ताव तक नहीं भेजा। इसके बाद भी कोरोना जांच का यह फर्जीवाड़ा बीतें दिनों से चल रहा था। लेकिन पूरे मामले का खुलासा तब हुआ। जब शहर के बरमसिया की युवती प्रियंका कुमारी जानकारी नहीं होने पर जांच कराने गई। इस दौरान पैथोलाॅजी सेंटर के संचालक ने कोरोना के एंटीजेन जांच के नाम पर प्रियंका कुमारी से आठ सौ रुपये ले लिया। लेकिन जांच घर संचालक ने प्रियंका को ना कोई रसीद ही दिया। और ना ही कोई जांच रिपोर्ट। इस बीच युवती प्रियंका ने जब कृष्णा जांच घर के संचालक से रिपोर्ट मांगी। तो संचालक ने तुंरत देने से मना कर दिया। इसके बाद संदेह होने पर प्रियंका ने पैसे वापस करने को कही। पैसे वापस करने की बात सुनकर जांच घर संचालक गुस्से में युवती के साथ दुव्र्यवहार करने लगा। इस बीच युवती ने पूरे मामले की जानकारी पहले अपने पिता को दी। इसके बाद मामला भाकपा माले के दोनों नेताओं के पास गया। माले के दोनों नेता जांच घर पहुंचे। और डांट-फटकार किया। तो जांच घर संचालक ने अपनी गलती मानते हुए युवती को पूरे पैसे घुमाया।

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