हेमंत सरकार की पहली वर्षगांठ के पूर्व माले ने धरना दे दिलाई वादों की याद
- धरना के माध्यम से सरकार को वादा निभाने को लेकर किया आगाह
- जनता की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर रही है हेमंत सरकार: विनोद सिंह
गिरिडीह। भाकपा माले ने झारखंड में हेमंत सोरेन की सरकार के एक साल पूरे होने के ठीक एक दिन पहले गिरिडीह में धरना देकर सरकार को उनके द्वारा किए गए वादों की याद दिलाने के साथ ही उन वादों को पूरा करने को लेकर आगाह किया है।
धरना को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता पार्टी विधायक विनोद कुमार सिंह ने कहा कि जिस उत्साह और उम्मीदों के साथ हेमंत सरकार का गठन हुआ था वह फिलहाल पूरा होता नहीं दिख रहा। कहा कि यह बात सही है कि केंद्र सरकार ने इस सरकार के प्रति पक्षपात पूर्ण रवैया अख्तियार किया है, लेकिन सरकार को इससे आगे निकल कर अपने किए गए वादों को पूरा करना होगा। कहा कि झारखंड की जनता के साथ किए गए वादों के अनुसार रोजगार, अनुबंध कर्मियों को मानदेय बढ़ाने समेत कर्ज माफी तथा गरीबों का बिजली बिल नहीं तो कम-से-कम बिजली बिल में जोड़े गए ब्याज की भारी-भरकम राशि तो माफ करना चाहिए। किसानों के धान खरीदी का नगद भुगतान की व्यवस्था सरकार करे। श्री सिंह ने कहा कि यदि वादे पूरे नहीं होते तो हमेशा की तरह भाकपा माले जनता के मुद्दों के साथ खड़ी रहेगी।
केंद्र सरकार के असहयोग का बहान बनाना बंद करें सरकार: राजकुमार
धनवार के पूर्व विधायक राजकुमार यादव ने कहा कि लाठी गोली की रघुवर सरकार बदलकर लोगों ने हेमंत सरकार को गद्दी पर बैठाया, लेकिन इस सरकार ने अभी तक जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने का काम नहीं किया है। केंद्र सरकार के असहयोग का बहाना बनाकर जनता की छोटी-मोटी मांगों को पूरा करने से भी यह सरकार पीछे हट रही है। उन्होंने झारखंड के सभी किसानों के कर्ज माफ करने की मांग करते हुए कहा कि सीएए-एनआरसी की तरह केंद्र द्वारा लाए गए किसान विरोधी कानूनों को भी झारखंड सरकार को विशेष सत्र बुलाकर विरोध करना चाहिए।
धरना को किया संबोधित
कार्यक्रम की अध्यक्षता पार्टी नेता सीताराम सिंह तथा संचालन पप्पू खान कर रहे थे। धरना में मुख्य रूप से पुरन महतो, राजेश कुमार यादव, अशोक पासवान, जयंती चैधरी, राजेश सिन्हा, मनोवर हसन बंटी, कौशल्या दास, पवन महतो, भोला मंडल, रामेश्वर चैधरी, मुस्तकीम अंसारी, विजय कुमार सिंह, मेहताब अली मिर्जा, फोदार सिंह, नागेश्वर महतो, नौशाद अहमद चांद, प्रीति भास्कर, निशांत भास्कर, ललन यादव, रामू बैठा, पिंटू यादव, कमरूद्दीन अंसारी, प्रदीप यादव, बबलू खान, कन्हैया सिंह, संजय यादव, लक्ष्मण मंडल, अब्दुल सुलेमान, मिंटू मल्लिक, राजू पासवान, मो. आलम, मो. सलाउद्दीन, प्रदीप महतो, खुबलाल महतो, मनोज पांडे, मनोज यादव, लक्ष्मण मंडल, भैरव शरण यादव, राजकुमार दास, खीर दास, रोहित यादव, संजय चैधरी शामिल थे।