बिहार चुनाव के लिए बसपा व रालोसपा संग ओवैसी ने बनाया मोर्चा
उपेंद्र कुशवाहा को बनाया मोर्चे की ओर से मुख्यमंत्री का उम्मीदवार
पटना/नई दिल्ली। बिहार चुनाव में तीसरे मोर्चे का औपचारिक ऐलान कर दिया गया है। इस मोर्चे में उपेंद्र कुशवाहा की रालोसपा के अलावा हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम), मायावती की बहुजन समाज पार्टी के अलावा समाजवादी दल डेमोक्रेटिक और जनतांत्रिक पार्टी सोशलिस्ट भी शामिल हैं। ओवैसी ने कहा है कि बिहार में 30 वर्षों में यानि 15 साल नीतीश कुमार-बीजेपी और 15 साल के आरजेडी-कांग्रेस के शासन के दौरान गरीबों का कोई फायदा नहीं हुआ, भविष्य में इस स्थिति को बदलने के लिए नया गठबंधन बनाया गया है।
तीसरे मोर्चे में शामिल सभी दलों के नेताओं के साथ पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने पिछली सरकारों पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि 15 साल नीतीश कुमार-भाजपा और आरजेडी-कांग्रेस के 15 साल में बिहार के गरीबों को फायदा नहीं मिला है। प्रदेश सामाजिक-आर्थिक और शैक्षणिक मानकों में पीछे है। बिहार के भविष्य के लिए एक गठबंधन बनाया गया है, हम कामयाब होने के लिए सारे जतन करेंगे। फ्रंट के नेताओं ने देवेंद्र यादव को इस मोर्चे का संयोजक बनाया है, जिसमें उपेंद्र कुशवाहा को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया गया है।
मालूम हो कि कि देवेंद्र यादव और ओवैसी पहले ही एक गठबंधन बना चुके थे और कुशवाहा भी महागठबंधन से निकलने के बाद मायावती की बसपा के साथ गठबंधन कर चुके थे। अब इन गठबंधनों का भी गठबंधन कर दिया गया है। पहले एनडीए सरकार में केंद्र में मंत्री रह चुके और फिर महागठबंधन से पिछला लोकसभा चुनाव हार चुके उपेंद्र कुशवाहा ने कहा है कि बिहार में ये दोनों ही गठबंधन फेल रहे हैं। उन्होंने नीतीश कुमार पर आरोप लगाया है कि उनके कार्यकाल में बिहार और पीछे चला गया है। बिहार की 243 विधानसभा सीटों के लिए 28 अक्टूबर, 3 नवंबर और 7 नवंबर को वोटिंग होगी और 10 नवंबर को वोटों की गिनती की जाएगी। मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 29 नवंबर को खत्म हो रहा है।