माले नेता की बरसी पर कृषि विधेयक को बताया किसान विरोधी कानून
गिरिडीह। माले नेता इबनुल हसन बशरू की 11वीं बरसी पर मंगलवार को जमुआ स्थित पार्टी कार्यालय में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के दौरान मौजूद नेताओं ने केंद्र सरकार द्वारा लाये गये कृषि विधेयक को काला कानून बताया। माले की केंद्रीय कमिटी के सदस्य रहे कद्दावर कम्युनिस्ट नेता मरहूम इबनुल हसन बशरू को माले नेताओं ने श्रद्धांजलि अर्पित की।
खेती किसानी को कारपोरेट घरानों के अधिन करने की है साजिश
मौके पर मौजूद बगोदर विधायक विनोद कुमार सिंह ने कहा कि केंद्र की सत्ता पर काबिज नरेंद्र मोदी की सरकार इस कानून के जरिये खेती किसानी को कारपोरेट घरानों के अधीन करने की साजिश कर रही है। इतना ही नहीं कृषि उपज के साथ-साथ किसानों की जमीन भी इन्हीं कारपोरेट घरानों के हवाले करने की मुक्कमल योजना बनाई जा रही है। श्री सिंह ने कहा कि माले और इसके दिवंगत नेता किसानों की अधिकारों के लिये लगातार जनांदोलन करते रहे हैं। इस किसान विरोधी कानून के विरोध में भी माले सड़क से लेकर सदन तक जोरदार आदोंलन करने का संकल्प लेती है।
इन्होने किया संबोधित
श्रद्धांजलि सभा को माले विधायक विनोद कुमार सिंह, माले के जिला सचिव मनोज भक्त, राजेश सिन्हा, अशोक पासवान, उस्मान अंसारी, विजय पांडेय, मनोवर हसन बंटी, मीना दास, आफताब अहमद, राजेश दास, रब्बुल हसन रब्बानी, ललन यादव, किसान नेता पूरन महतो, रीतलाल महतो समेत कई अन्य ने संबोधित किया।