LatestNewsगिरिडीहझारखण्ड

लंगटा बाबा डिग्री कॉलेज के शिक्षकेतर कर्मियों का आमरण अनशन दूसरे दिन भी जारी

कार्यरत शिक्षकेतरकर्मियों ने अनशन कारियो पे लगाया माहौल खराब करने का आरोप

गिरिडीह। लंगटा बाबा डिग्री कॉलेज के शिक्षकेतर कर्मियो का सपरिवार आमरण अनशन बुधवार को दूसरे दिन भी जारी रहा। अनशन पर बैठे कॉलेज कर्मियों में निलेश कुमार मिश्रा, शिव शंकर प्रसाद सिंह, सुरेंद्र प्रसाद तिवारी, कुमार कृष्ण, ईश्वर रजक, श्यामसुंदर कुमार पासवान, शैलेंद्र कुमार पांडे, नवीन कुमार तिवारी, अजय कुमार राय, राम नारायण राना, नारायण साहू, जितेंद्र कुमार, रीना देवी, आरती देवी, रेनू देवी, रमणिका मिश्रा, रेखा देवी, शीला देवी, हेमंती देवी आदि ने कहा कि हम लोगों की नियुक्ति वर्ष 2007 में हुई थी, वर्ष 2013 तक अनुदान राशि का भुगतान कॉलेज कर्मी का बैंक खाते में हुआ। अभी भी कुछ अनुदान राशि बैंक में ही पड़ा है। वर्ष 2014 से शिक्षकेतर कर्मियों का वेतन मौखिक रूप से बंद कर दिया गया है।
इस संदर्भ में उक्त लोगों ने शासी निकाय के अध्यक्ष जमुआ विधायक केदार हाजरा, सचिव सह गिरिडीह उपायुक्त एवं खोरीमहुआ एसडीओ से मिलकर लिखित रूप से अपनी मांगों को बता चुके हैं, लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हो पाई है। अंततः उन्होंने अपनी सेवा बरकरार रखने तथा बकाए वेतन का भुगतान अभिलंब करने की मांग की है। आमरण अनशन पर बैठे शिव शंकर प्रसाद सिंह ने बताया कि जब तक उनकी मांग विश्वविद्यालय तथा जिला प्रशासन द्वारा पूरी नहीं की जाएगी तब तक आमरण अनशन जारी रहेगा।

समाजसेवी ने प्राचार्य पर लगाया राजनीति करने का आरोप

मौके पर उपस्थित समाजसेवी शिवनाथ साव ने कहा कि लंगटा बाबा कॉलेज की स्थापना हुई और जब नियुक्ति का प्रस्ताव आया तो शिक्षकेतर कर्मियों का 2007 में विधि सम्मत नियुक्ति की गई तथा 2013 तक अनुदान का भुगतान राशि बैंक खाता के माध्यम से किया गया तथा कुछ अनुदान आज भी बैंक खाता में पड़ा है। कॉलेज के अभिलेख में विधायक के पत्र से स्पष्ट होता है कि शिक्षक व शिक्षकेतर कर्मियों का बहाली विधि सम्मत हुआ है। उन्होंने प्रभारी प्राचार्य कमल नयन सिंह पर आरोप लगाया कि राजनीति कर शिक्षकेतर कर्मियों को कॉलेज से निकालने का प्रयास किया गया जो गैरकानूनी और असंवैधानिक है। उन्होंने जिला प्रशासन एवं विनोबा भावे विश्वविद्यालय शासी निकाय से अनुरोध किया है कि इस मामले का गंभीरतापूर्वक एवं निष्पक्ष जांच कराकर विधि सम्मत नियुक्त हुए कालेज कर्मी की नियुक्ति निरंतर जारी रखा जाए तथा बकाया राशि का भुगतान अविलंब किया जाए।

कार्यरत शिक्षकेत्तर कर्मचारियों ने प्राचार्य के कार्यकाल को बताया बेहतर

इधर लंगटा बाबा डिग्री कॉलेज में कार्यरत प्रधान सहायक जयप्रकाश सिंह, सहायक लिपिक कपिलदेव सिंह, लैब ब्वाय दशरथ शर्मा, विंनोद सिन्हा, काउंटर क्लर्क अनिल राय, दयानंद सिंह प्रो नागेन्द्र पासवान, वरुण सिंह, दिनेश पाण्डेय, अवधेश गोस्वामी, किशुन राणा, ललन शर्मा, सुनील वर्णवाल, इन्द्रनारायण सिंह, बिजय हजरा, संतोषी प्रसाद सिन्हा, नंदकिशोर राय, संजय सिंह, अर्जुन रविदास, अनिरुद्ध सिंह, विंनोद सिंह, चंद्रकिशोर सिंह, भोला साव, कलावती साहा, भारती वर्मा, राज लखी देवी, झलमल यादव, बिजय सिन्हा, दशरथ शर्मा, अरविंद साव, विशेश्वर रविदास, सुरेश साव, जनार्दन पाण्डेय, प्रयाग मंडल, सरयू राम, चंदन कुमार, सुरेंद्र पाण्डेय आदि शिक्षकेतर कर्मियों ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहां कि वर्तमान समय में लंगटा बाबा कॉलेज प्रभारी प्राचार्य कमल नयन सिंह की देख रेख में कॉलेज प्रगति पर है। कॉलेज को बी ग्रेड का प्रमाण पत्र प्राप्त हुआ है तथा इनके कार्यकाल में सर्वांगीण विकास हुआ है। शिक्षकेतर कर्मियों ने कहा कि पूर्व प्राचार्य अर्जुन प्रसाद राय के कार्यकाल में जो नियुक्तियां हुई, जिसे तत्कालीन शासी निकाय ने अवैध करार दिया है। पुनः तत्कालीन शासी निकाय ने विनोबा भावे विश्वविद्यालय में उपायुक्त गिरिडीह के संयुक्त प्रयास से चार सदस्य कमिटी गठित कर नियुक्ति की जांच की गई और जांचों उपरांत पूर्व प्राचार्य अर्जुन प्रसाद राय के हस्ताक्षर से नियुक्त कर्मियों को अवैध करार दिया। इधर समाचार लिखे जाने तक जमुआ के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ राजेश कुमार दुबे ने अनशन स्थल पर पहुंचकर अनशन कारियों का स्वास्थ्य जांच किया।

Please follow and like us:
Show Buttons
Hide Buttons