तंजीम इस्लाहुल मुस्लेमीन की बैठक में लिये गये कई निर्णय
- सिंघु बॉर्डर पर किसान आंदोलन में शामिल होगा तंजीम: असरार
- तंजीम के सदर सांसद आवास के समक्ष देंगे धरना
गिरिडीह। जमुआ स्थित कर्बला मैदान में तंजीम इस्लाहुल मुस्लेमीन की एक बैठक हुई। जिसमें तंजीम की सामाजिक स्तर पर सक्रियता बढ़ाने और तंजीम के विस्तार पर चर्चा की गई। मौके पर इस्लाहुल मुस्लेमीन के प्रवक्ता मोहम्मद असरार आलम मुख्य रूप से उपस्थित थे। उन्होंने बताया कि तंजीम के साथी दिल्ली सिंघु बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में शामिल होंगे और किसानों के आंदोलन को समर्थन करेंगे। वहीं तंजीम के सदर शहादत अली 5 जनवरी से कोडरमा स्थित सांसद अनपुर्णा देवी के आवास के सामने किसान आंदोलन के समर्थन में अनशन करेंगे। जिसे लोगों से सफल बनाने का अपील भी किया गया। कहा कि किसान कानून को केंद्र सरकार वापस ले, क्योंकि इस कानून से किसानों के भविष्य पर खतरा है और किसानों के समर्थन मूल्य आने वाले समय मिलना मुश्किल है।
तंजीम को धारदार बनाने पर दिया गया जोर
बैठक में तंजीम को धारदार बनाने पर जोर दिया गया। जिसके लिए तंजीम के साथी डोर टू डोर कैंपेन करेंगे। तंजीम के सदर शहादत अली ने कहा कि सामाजिक तौर पर जिस तरह से मुसलमानों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है इसके लिए सामाजिक बुद्धिजीवियों को एक प्लेटफॉर्म पर आने की जरूरत है। मुसलमानों से खास तौर पर राजनीतक पार्टियों पर ज्यादा विश्वास न करके खुद की ताकत बनाने की बात कही।
बैठक में थे उपस्थित
बैठक में मुख्य रूप से तंजीम के सदस्य जुनैद आलम, जुल्फिकार अली, प्रो शमीम, जहीर अंसारी, अख्तर अंसारी, पप्पु खान, सफिक आलम, इनामुल अंसारी, अफरोज आलम, मुमताज अंसारी, इसराईल अंसारी, अजहर उद्दीन, मोहम्मद अयूब, अख्तर अली समेत दर्जनों सदस्य शामिल थे।