मकर संक्रान्ति के पर्व पर प्रेरणा शाखा की सदस्याएं पहुंची बेरगी गांव
महिलाओं व बच्चों के साथ मनाया त्योहार
गिरिडीह। सूर्य के उत्तरायण में पहुंचने का महापर्व मकर संक्रान्ति की धूम गुरुवार को गिरिडीह में भी नजर आया। शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में श्रद्धालुओं ने स्नान-दान किया। इसके बाद सृष्टि के प्रत्यक्ष देव भगवान सूर्यदेव का ध्यान कर पूजा-अर्चना कर मकर संक्रान्ति का व्यंजन दही-चूड़ा, तिलकूट और लाई का लुत्फ उठाया। शहर के नदी में भी महिलाएं पूजा-अर्चना के लिए जुटी थी। मौके पर लोगों ने त्योहार की मान्यता के अनुसार तिल के लड्डु को भी ग्रहण किया। इस दौरान पचंबा गोपाल गौशाला में ही तुला दान का भी आयोजन किया गया था। जहां गौशाला से जुड़े कई सदस्याओं ने मौके पर अपने वजन के अनुसार अनाज का वजन कराकर गौशाला के गौवंशों के बीच अनाज भेंट किया। एक तरफ जहां लोग पंरपरा निभाते नजर आएं।
वहीं दुसरी तरफ गिरिडीह प्रेरणा शाखा की सदस्याएं त्योहार के मौके पर जिला मुख्यालय से छः किमी दूर बेरगी के अधनाचुंआ गांव पहुंची। जहां गांव के बच्चों और महिलाओं के बीच प्रेरणा की सदस्याओं ने मकर संक्रान्ति का त्योहार मनाती नजर आई। संस्था की अध्यक्ष लक्ष्मी शर्मा और सचिव आशा खंडेलवाल के साथ मीडिया प्रभारी श्वेता शर्मा के साथ संस्था की सदस्याएं कविता राजगढ़िया, अर्चना केडिया, सरिता मोदी, स्न्नेहा केडिया, खुशबू केडिया, रिया अग्रवाल, पिंकी खेतान, प्रीति सिरोहीवाला समेत अन्य सदस्याओं ने गांव की महिलाओं के बीच चूड़ा-दही के साथ तिलकूट और पूडी-सब्जी का वितरण किया। प्रेरणा की इन सदस्याओं ने इस दौरान महिलाओं व बच्चों के साथ त्योहार के व्यंजन का भी लुत्फ उठाती नजर आई।
संस्था की अध्यक्ष लक्ष्मी और सचिव आशा ने कहा कि बेरगी का अधनाचुंवा गांव भी पिछड़ा इलाकों में शामिल है। ऐसे में प्रेरणा ने तय किया कि मकर संक्रान्ति का त्योहार ऐसे इलाकों की महिलाओं व बच्चों के बीच मनाएगी।