ग्राम के हर एक बच्चे को शोषण मुक्त बनाने के लिए आगे आये बाल मित्र
- मास्क के साथ निकाली जागरूकता रैली
- कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रंस फाउंडेशन ग्रामों में शुरू की बाल पंचायत चुनाव की प्रक्रिया
गिरिडीह। कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रंस फाउंडेशन के बाल मित्र ग्राम परियोजना के तहत तिसरी प्रखंड के कुल 20 बाल मित्र ग्रामों में बाल पंचायत चुनाव हेतु प्रक्रिया शुरू की गई। इस क्रम में बाल मित्र ग्राम राणाडीह में बच्चों का बाल पंचायत चुनाव प्रक्रिया जारी है। इस क्रम में बच्चों ने चुनाव प्रचार अभियान चलाया। सभी को बाल पंचायत चुनाव के संदर्भ में जानकारी देने का कार्य किया। बच्चों ने बच्चों के हक और अधिकार सहित सामाजिक कुरीतियों के उन्मूलन से जुड़े नारे को ग्राम भ्रमण के दौरान गलियों में गुंजायमान कर दिया। इस दौरान बच्चों ने कहा कि इस कोरोंना काल के बाद जरूरत है कि बच्चे अपने अधिकारों के प्रति सजग हो। इस दौरान सभी ने सामाजिक दूरी और मास्क प्रयोग करते हुए जागरूकता रैली निकाली। जिसमें बाल पंचायत चुनाव के उम्मीदवारों ने भाग लिया और अपनी जिम्मेदारी निभाने का कार्य किया। साथ ही बच्चों ने बाल विवाह, बाल मजदूरी और बाल व्यापार के खिलाफ आवाज बुलंद करने का कार्य किया।
सामाजिक कुरीति का विनाश ही सशक्त समाज का आधार
इस दौरान कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रंस फाउंडेशन के कार्यकर्ता संदीप नयन ने जानकारी देते हुए कहा कि कैलाश सत्यार्थी 1980 से बच्चों के हक और उनके अधिकार की लड़ाई लड़ते आए हैं, इन्हीं के बदौलत उन्हें 2014 में शांति का नॉबेल पुरस्कार भी मिला। उनकी लड़ाई तब से अब तक अनवरत जारी है। कहा कि इस कोरॉना काल में सबसे ज्यादा असर बच्चों पर ही पड़ा है। बच्चों को एक बेहतर शुरुआत इससे बढ़िया नहीं मिल सकता, आज ये स्वयं सामाजिक दूरी का पालन कर रहे हैं, मास्क लगा रहे हैं और दूसरों को भी पालन करने की अपील भी कर रहे हैं।