भव्य रूप से मनाई गई पूर्व विधायक स्व. विश्वनाथ मोदी की दसवीं पुण्यतिथि
- विधायक सहित अन्य लोगों ने दी श्रद्धांजली
- कहा देश कि आजादी में विश्वनाथ मोदी का रहा महत्वपूर्ण योगदान
कोडरमा। स्वतंत्रता सेनानी सह पूर्व विधायक स्व. विश्वनाथ मोदी की दसवीं पुण्यतिथि सह श्रद्धांजलि सभा रविवार को स्थानीय रेलवे ओवर ब्रिज के नीचे विश्वनाथ मोदी प्रतिमा स्थल के पास मनाई गई। सभा की अध्यक्षता वीरेंद्र सिंह तथा संचालन डॉ बी.एन.पी वर्णवाल ने किया। कार्यक्रम की शुरूआत अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित करने के बाद सभी ने विश्वनाथ मोदी के प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई।
मुख्य अतिथि कोडरमा विधायक डॉ नीरा यादव ने कहा कि स्वतंत्र भारत के इतिहास में उनका कार्य बहुत ही कष्ट पूर्ण रहा। वे जनता के समस्याओं एवं देश के हित के लिए कई कार्य किये। 8 अगस्त 1942 को 22 साल की उम्र में वे देश की आजादी के जारी लड़ाई में कूद पड़े थे। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान उन्होंने आंदोलनकारियों के साथ डोमचांच के डाकघर में आग लगा दी। जिसमें उन्हें गिरफ्तार कर एसपी रसल के द्वारा काफी पिटाई कर उन्हें मरा समझकर गाड़ी पर फेंक दिया। कुछ दिनों के बाद जीवित होने की खबर आई तो पूरे इलाके में दीप जला कर खुशी मनाई गई।
जयनगर प्रखंड के एक छोटे से गांव में हुआ था जन्म: विधायक
विशिष्ट अतिथि बरकट्ठा विधायक अमित यादव ने कहा कि उनका जन्म हमारे विधानसभा के जयनगर प्रखंड में छोटा सा गांव गोदखर में एक साधारण परिवार में हुआ था। वह अपने पढ़ाई लिखाई पांचवा तक कटहाडीह के स्कूल में हुआ। उसके बाद राजधनवार के मीडिल स्कूल में नामांकन कराया। उसके बाद आगे की पढ़ाई देवघर बैद्यनाथ गुरुकुल से किए। वे अपने अंग्रेजों द्वारा भारत छोड़ो आंदोलन में भाग लिए। हजारीबाग जेल में जयप्रकाश नारायण से मुलाकात होने के बाद उनकी विचारधारा से प्रभावित होकर समाजवादी विचारधारा को अपना लिए और जयप्रकाश नारायण व राम मनोहर लोहिया जैसे नेता को कांग्रेस छोड़ने के बाद वे भी सोशलिस्ट पार्टी में शामिल हो गए थे। सन् 1967 में कोडरमा विधानसभा से लड़कर भारी बहुमत से जीत हासिल किए और बिहार में सरकार गिरने के बाद सन् 1969 में पुनः मध्यावधि चुनाव में जीत हासिल किए।
विशिष्ट अतिथि जिप अध्यक्ष शालिनी ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानी विश्वनाथ मोदी का देश को आजाद कराने में बहुत बड़ा योगदान रहा। सन् 1977 में जनता पार्टी बनने के बाद फिर भारी मतों से विधायक बने। बिहार विधानसभा में उन्हें लोक लेखा समिति का दायित्व दिया गया। उन्हें पर्यावरण से बहुत ही लगाव था। जिसके चलते वे गांधी हाई स्कूल के बगल में 14 एकड़ जमीन खरीद कर लगभग 7000 पेड़ लगवाए जो आज भी जीवित है।
श्रद्धांजली सभा में हुए शामिल
कार्यक्रम में बलदेव मोदी, भाजपा जिला अध्यक्ष नितेश चंद्रवंशी, कांग्रेस जिला अध्यक्ष मनोज सहाय (पिंकू), डॉ नरेश पंडित रमेश हर्षधर, भदानी मोदी, जयप्रकाश राम, नारायण मोदी, डॉक्टर विकास चंद्रा, चंद्रशेखर जोशी ,सुभाष चंद्र मोदी, नारायण सिंह, जूही दासगुप्ता ,मुन्नी देवी, विशाल मोदी, वासुदेव शर्मा, विनीत मोदी, शिवेंद्र नारायण सिन्हा, संजय शर्मा, शशि भूषण प्रसाद, विनोद मोदी, नारायण बरनवाल, विशाल भदानी, इंदर देव मोदी, सुधीर यादव, अजय झा, सुधीर शर्मा, सजीव समीर, अमर सिंह, अरविंद मोदी, बैजनाथ यादव, सुरेश प्रसाद, उदय सिंह, रामबालक चैधरी, राजा यादव, ओम प्रकाश दास, विजय राम, सुनील ठाकुर, राजेंद्र मोदी, रेखा भदानी, सुनीति सेठ, रीता लोहानी, मनीषा मोदी, शकुंतला देवी, सभ्यता बर्णवाल, सुषमा सुमन, शारदा देवी, कुंती देवी, ममता देवी, किशोर पंडित, वीरेंद्र राम, अशोक यादव, सुदीप्तो घोष, अजीत कुमार, बैजनाथ दास, मदन मोहन गुप्ता, रितेश माधव, अशोक मोदी, किशोर भाटिया, ईश्वर मोदी, निरंजन कसेरा, दिलीप गुप्ता, शंकर विश्वकर्मा, विनोद यादव, बिकास जैन, ललन सिन्हा, तेजो यादव सहित काफी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित थे।