ग्रामीणों को मुनाफे के जाल में फसांकर एक करोड़ 80 लाख ठगने का प्रयास करने वाले पांच ठगों को गिरिडीह पुलिस ने दबोचा
ठगों के पास से दो चार पहिया समेत कंपनी के कई दस्तावेज भी बरामद
गिरिडीहः
ठगों के एक बड़े नेटवर्क को ध्वस्त करते हुए पांच ठगों को दबोचने में गिरिडीह के अहिल्यापुर थाना ने सफलता पाया। इस नेटवर्क के हर सदस्य लाॅटरी ड्रा के माध्यम से अहिल्यापुर के चिकसोरिया समेत कई गांवो के ग्रामीणों को फर्जी कंपनी देवप्रेम लाॅटरी ड्रा में पैसे लगाकर एक साल के भीतर एक करोड़ 80 लाख ठगने का प्लानिंग बना रहे थे। इसकी प्लांनिग इनलोगों ने पहले ही तैयार कर रखा था। लेकिन ऐन वक्त में अहिल्यापुर थाना पुलिस ने पांचो सदस्यों को गिरफ्तार करने में सफल रही। नेटवर्क को दो सगे भाई बगोदर थाना क्षेत्र अन्र्तंगत बगोदर निवासी देवानंद कुमार और मनीष कुमार पेशरान ही संचालन कर रहे थे। इन दोनों भाईयों के प्लानिंग पर पूरा नेटवर्क अहिल्यापुर के चिकसोरिया गांव पहुंचा था। जहां मनीष कुमार पेशरान और देवानंद कुमार के साथ अन्य ठग देवप्रेम कंपनी नामक लाॅटरी ड्रा में ग्रामीणों को पैसे लगाकर मुनाफा कमाने का प्रलोभन दे रहे थे। इसी दौरान अहिल्यापुर थाना पुलिस पहुंची। तो पांचो ठग अपने स्कार्पियों और अल्टो गाड़ी से भागने का प्रयास करने लगे। लेकिन दोनों वाहनों को ओवरटेक कर पकड़ा गया। और पांचो सदस्यों की गिरफ्तारी हुई। गिरफ्तार अपराधियों में देवानंद कुमार, मनीष कुमार के साथ हजारीबाग के विष्णुगढ़ थाना क्षेत्र के बढ़ई गांव निवासी उज्जवल कुमार गुप्ता उर्फ बिट्टु, अहिल्यापुर थाना क्षेत्र के जोरासीमर गांव निवासी सुरेश मंडल और चिकसोरिया गांव निवासी भुनेशवर मंडल शामिल है। अपराधियों के पास से जब्त स्कार्पियों के मालिक जहां मनीष कुमार बताएं जा रहे है। तो अल्टो के मालिक भुनेशवर मंडल बताए गए। इनके पास से 19 हजार नगद के साथ 300 पीस नगद लेन-देन का रसीद के अलावे 300 पीस देवप्रेम का लाॅटरी का टिकट और देवप्रेम का ही बैनर और छह पीस बैग बरामद किया। शुक्रवार को हुए गिरफ्तारी के बाद शनिवार को प्रेसवार्ता कर सदर एसडीपीओ अनिल सिंह व अहिल्यापुर थाना प्रभारी ने बताया कि पांचो अपराधी चिकसोरिया गांव के ग्रामीणों को देवप्रेम कंपनी के लाॅटरी में पैसे लगाकर मुनाफा कमाने की प्रलोभन दे रहे थे। इधर गिरफ्तारी के बाद जब इनसे कंपनी का लाईसेंस और रजिस्ट्रेशन नंबर का मांग किया गया। तो कोई कागजात पेश नहीं किया। लेकिन पूछताछ में पांचो ने यह जरुर बताया कि जिले के कई गांवो में ग्रामीणों को मुनाफा कमाने का प्रलोभन देकर ठग चुके है।