हीरोडीह थाना पुलिस के सहयोग से सिद्धी विनायक मंदिर से गृह जिला लौटे वृद्ध को गिरिडीह की प्रधान जिला न्यायधीश ने दी सहयोग राशि
गिरिडीहः
मुंबई के सिद्धी विनायक मंदिर से अपने गृह जिला लौटे 72 वर्षीय लोख लाल साव को शुक्रवार को गिरिडीह की प्रधान जिला एंव सत्र न्यायधीश वीणा मिश्रा ने भरण-पोषण के लिए 20 हजार का आर्थिक सहयोग की। प्रधान जिला एंव सत्र न्यायधीश ने जिला विधिक सेवा प्राधिकार के फंड से सुरक्षित लौख लाल साव व उनकी पत्नी को भरण-पोषण के लिए आर्थिक सहयोग की। इस दौरान विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव अनिल बर्तम समेत कई न्यायिक अधिकारी और न्यायलय के कर्मचारी मौजूद थे। बतातें चले कि गिरिडीह के जमुआ के डंगरीडीह गांव निवासी लोख लाल साव को उनकी बेटी बेबी देवी और दामाद इलाज कराने के नाम पर रांची ले गए। और रांची से मुंबई लेकर पहुंचे। मामला पांच दिन पहले का बताया जा रहा है। लोख लाल साव को बेटी और दामाद मुंबई के सिद्धी विनायक मंदिर दर्शन कराने ले गए। जहां भीड़ के कारण लोख लाल साव के लापता होने की बात सामने आई। इस बीच सिद्धी विनायक मंदिर में ही कुछ श्रद्धालुओं ने लोख लाल साव को परेशान देखा। तो सहयोग किया। इस दौरान लोख लाल साव ने सिद्धी विनायक मंदिर में मौजूद श्रद्धालुओं को बताया कि वे बेटी व दामाद के साथ यहां आएं हुए है। अब वे दोनों से बिछुड़ गए। हालांकि सिद्धी विनायक मंदिर में ही यह भी बात स्पस्ट हुआ कि बेटी और दामाद लोख लाल साव को भीड़ का फायदा उठाकर वहां छोड़कर चले गए। इस दौरान श्रद्धालुओं ने मुंबई के एक एनजीओ के माध्यम से सोशल मीडिया में लोख लाल साव के वीडियो पोस्ट किया। तो मामला सोशल मीडिया के जरिए ही गिरिडीह हीरोडीह थाना तक पहुंचा। इसके बाद हीरोडीह थाना पुलिस ने वृद्ध को मुंबई से वापस लाने में महत्पूर्ण भूमिका निभाया। करीब दो दिन पहले गिरिडीह लौटे लोख लाल साव का शुक्रवार को स्वास्थ परीक्षण किया गया। शारीरिक रुप से स्वस्थ बताएं जाने के बाद प्रधान जिला एंव सत्र न्यायधीश ने वृद्ध को भरण-पोषण के लिए 20 हजार का सहयोग राशि उपलब्ध कराई।