रघुवर सरकार की तरह हेमंत सरकार भी लगाया पारा शिक्षकों को छलने का आरोप
2021 का वर्ष पारा शिक्षकांे का आंदोलन का वर्ष होगा: दास
गिरिडीह। पारा शिक्षकों की वाजिब मांगांे के लिए एकीकृत पारा शिक्षक संघ वर्ष 2021 में आंदोलनों की झड़ी लगा देगा। यह कहना है एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा के प्रखण्ड अध्यक्ष नारायण कुमार दास का। कहा कि झारखण्ड के पारा शिक्षक विगत 18 वर्षो से अपनी वाजिब माँग को लेकर आंदोलनरत हैं। झारखण्ड में जितनी भी सरकारें बनी पारा शिक्षकों का शोषण करने का काम किया। पूर्ववर्ती रघुवर सरकार ने भी छलने काम किया। वर्तमान में हेमंत की सरकार भी अपने चुनावी एजेंडा में पारा शिक्षको के मुददे को लेकर सरकार में आई और झामुमो के सभी विधायको ने वादा किया था कि अगर झारखण्ड में उनकी सरकार बनी तो सबसे पहले पारा शिक्षको को स्थाई कारण करने का काम करेगा, लेकिन आज झारखण्ड सरकार बनने में एक वर्ष होने को है अभी तक पारा शिक्षको के मुद्दे पर एक शब्द भी बोलना पसंद नहीं कर रहा है। कहा कि आज झारखण्ड के पारा शिक्षक स्थाईकरण की मांग को लेकर वर्तमान हेमन्त सरकार से छुब्द हो कर आंदोलन की राह पर खड़ा है।
65 हजार पारा शिक्षको ने लिया संकल्प
कहा कि झारखण्ड के 65 हजार पारा शिक्षको ने संकल्प लिया है कि वर्तमान हेमन्त की सरकार का 28 दिसम्बर 2020 का एक वर्ष होने को है। अगर अपनी वर्षगांठ पर सरकार पारा शिक्षको के मुद्दे पर कुछ नहीं किया तो आगामी 2021 का वर्ष होगा वह आंदोलन का वर्ष होगा जिसकी सारी जवाबदेही झारखण्ड सरकार की होगी। अब झारखण्ड के पारा शिक्षको ने भी वर्तमान सरकार से आर-पार की लड़ाई लड़ने को तैयार है। जिसका खमियाजा भुगतने को भी सरकार तैयार रहे।