लंगटा बाबा कॉलेज ने मनाया गीता जयंती
गीता आज भी प्रासंगिक: वासुदेव पांडेय
गिरिडीह। शुक्रवार को लंगटा बाबा कॉलेज, मिर्जागंज में गीता जयंती मनाई गई। कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा कि गीता आज भी उतनी हीं प्रासंगिक है जितना पहले रही है। गीता जीवन का सार है। भागवत गीता का विषय ही एसा है कि उसका समय के परिप्रेक्ष्य से कुछ भी वास्ता नहीं है, वह कालजयी अर्थात शाश्वत है, और उसकी कीर्ति कभी समय के साथ फीकी नहीं पङने वाली, क्योंकि मनुष्य या किसी प्राणी की आत्मा या चेतना समय या काल से परे है, और भागवत गीता में आत्मा की बात की गयी है, इसलिए भागवत गीता घोर संकट और संघर्ष के समय, जब मनुष्य को चाहूं ओर गहन अंधकार दिखाई दे, व्यक्ति हताश, निराश और किंकर्तव्यविमूढ हो जाये, जैसा कि महाभारत युद्ध के दौरान कुरूक्षेत्र के मैदान में अर्जुन के सम्मुख हुआ। ऐसी विकट परिस्थितियों में गीता मनुष्य का मार्ग प्रशस्त करती रही है और सदा करती रहेगी। बस मनुष्य को भगवान के प्रति श्रद्धावान होकर और निष्काम भाव से अनासक्त होकर कर्म करते हुए और फल की चिंता न करके अर्जुन की तरह जो हर कर्म को ईश्वर के निमित्त करेगा, परिणाम सदा उसके पक्ष में होगा। प्राणियों की आत्मा या चेतना नश्वर है। इसलिए गीता का महात्मय या सन्दर्भ सदा सदा बना रहेगा। इसलिए गीता आज भी व्यावहारिक है और भविष्य में भी बनी रहेगी।
कार्यक्रम में थे उपस्थित
कार्यक्रम को श्रमअधीक्षक वासुदेव पांडेय, समाजसेवी बिजय कुमार चैरसिया, नारायण साव, सुधीर कुमार पाठक, प्रदीप कुमार पांडेय, गौरीशंकर पांडेय, योगेन्द्र नाथ झा, आशीष कुमार इत्यादि ने संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन प्रो. अवधेश पांडेय के द्वारा किया गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से जयप्रकाश सिंह, योगिता कुमारी ज्योति, स्वाति कुमारी, राहुल कुमार, विक्रम कुमार, अभिषेक कुमार गुप्ता, बुचुलाल मिश्र, शिवानी कुमारी, श्रुति कुमारी, रिया कुमारी, स्मृति कुमारी, आशिता कुमारी, रितेश कुमार गुप्ता इत्यादि समेत दर्जनों लोगों की उपस्थिति रही। कार्यक्रम के अंत में विद्यार्थियों में गीता पुस्तक का वितरण किया गया ।