बीपीओ पर पंस प्रतिनिधि ने डोभा निर्माण कार्य में पांच हजार घूस मांगने का लगाया आरोप
- मनरेगा के तहत डोभा निर्माण के लिए पंजीकरण कराने गये थे पंस प्रतिनिधि
- बीपीओ ने पंस प्रतिनिधि के आरोपो को बताया बेबूनियाद
गिरिडीह। जिले के गावां प्रखंड स्थित बिरने पंचायत में मजदूरों को मनरेगा के तहत कार्य देने के लिए डोभा निर्माण कार्य का पंजीकरण करने गए पंचायत समिति प्रतिनिधि कमलेश यादव से बीपीओ द्वारा पैसे मांगे जाने का आरोप सामने आया है। इस बाबत पंचायत समिति प्रतिनिधि कमलेश यादव ने बताया कि वे डोभा निर्माण करने के लिए पंजीकरण करवाने प्रखंड कार्यालय पहुंचे। जहां उन्हें कंप्यूटर ऑपरेटर ने बीपीओ से आदेश दिलाने की बात को कहा। जिसके बाद उन्होंने बीपीओ से बातचीत की, लेकिन उनसे पंजीकरण का कार्य करवाने के बदले पांच हजार की राशि की मांग की और नहीं देने पर मना कर दिया। उन्होंने साथ ही बताया कि पूरे प्रखंड में मनरेगा के तहत हर योजना के पंजीकरण के लिए बीपीओ द्वारा तीन से पांच हजार रुपए की अवैध वसूली की जाती है और पैसे नहीं दिए जाने पर योजनाओ को स्थगित कर दिया जाता है।
पुराने कार्य खत्म होने के बाद ही नये योजनाओं की स्वीकृति
इधर गावां प्रखंड के मनरेगा बीपीओ निकेश ने बताया कि उन पर पंचायत समिति प्रतिनिधि ने गलत आरोप लगाया है। उनके द्वारा किसी भी योजना के पंजीकरण के लिए पैसे की मांग नहीं की गई है। उन्होंने बताया कि प्रखंड में पुराने कार्यों के अब तक खत्म नहीं होने के कारण नए योजनाओ की स्वीकृति नहीं दी जा रही है। जिस कारण पंचायत समिति प्रतिनिधि ने उन पर गलत आरोप लगाया है।
जांच के बाद होगी कार्यवाही: बीडिओ
इधर प्रखंड विकास पदाधिकारी मधु कुमारी ने बताया कि मामले की जांच की जाएगी और आरोप सही पाए जाने पर आगे की कार्यवाही की जाएगी।