कृषि अवसंचरना कोष पर कार्यशाला का हुआ आयोजन
- किसानों को उद्योग शुरु करने को लेकर दी गई जानकारी
गिरिडीह। नगर भवन में कृषि और सहकारिता विभाग के तत्वाधान में पहली बार एग्रीकल्चर इंफास्ट्रक्चर फंड कृषि अवसंरचना कोष पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का उद्घाटन डीसी नमन प्रियेश लकड़ा, जिला परिषद् अध्यक्ष मुनिया देवी, डीडीसी शशिभूषण मेहरा और प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट के नोडल पदाधिकारी चंदन कुमार ने संयुक्त रूप से दीप जलाकर किया। कार्यशाला में काफी संख्या में जिले के किसानों ने भी हिस्सा लिया।

कार्यशाला को संबोधित करते हुए डीसी श्री लकड़ा ने कहा कि किसानों को बैंको से जो समस्याएं होती है। उसे दूर करने के लिए ही 18 मई को एक महत्पूर्ण बैठक तय किया गया है। क्योंकि प्रशासन का प्रयास है कि सरकार किसानों के आय को बढ़ाने के लिए जो योजना चला रही है। उसका पूरा फायदा किसानों को मिले। कहा कि फूड आर्गेनिक मार्केटिंग को और विकसित करने की जरुरत है। क्योंकि वेयर हाउस बेहतर तरीके से काम कर रहे है। और इसके पीछे मकसद सिर्फ किसानों से जुड़े सूक्ष्म उद्योग को विकसित करना है। इसके लिए कृषि अवसंरचना कोष का योगदान आने वाले दिनों में महत्पूर्ण होगा। किसानों को बैंको से महज 5 से छह प्रतिशत ब्याज पर कर्ज मिलेगा, जिसे किसान खुद का कोल्ड स्टोरेज, फ्लावर मिल, राईस मिल की शुरुआत कर सकते है। लेकिन अब सही दिशा में किसानों के बेहतरी के लिए ग्रांउड लेबल पर काम करने की जरुरत है।
कार्यशाला को डीडीसी, जिला परिषद् अध्यक्ष मुनिया देवी ने भी संबोधित किया। जबकि कार्यशाला के दौरान किसानों को प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट के नोडल पदाधिकारी चंदन कुमार ने कई महत्पूर्ण जानकारी दिया। कार्यशाला में सहकारिता पदाधिकारी मनोज कुमार, कृषि पदाधिकारी, नाबार्ड के डीडीएम और जन संपर्क पदाधिकारी रश्मि सिन्हा समेत काफी संख्या में किसान शामिल हुए।