ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों का बाल पंचायत के साथ हुआ एकदिवसीय कार्यशाला
- बच्चों की शिक्षा सुरक्षा और विकास को लेकर की गई चर्चा
गिरिडीह। कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन द्वारा चयनित बाल मित्र ग्राम में नवगठित बाल पंचायत के साथ खिजुरी पंचायत भवन में ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों का एकदिवसीय कार्यशाला हुआ। कार्यशाला को बाल मित्र ग्राम कुड़ियामों, केंदुआ, सहित खिजुरी में भी आयोजित किया गया। जिसमें बाल मित्र ग्राम खिजुरी, धावाटांड, निमाडीह, पेसराटांड, कोरचाचो, बस्तिकुरा, केंदुआ, रतनगुंडरा, पिपराटांड, कोरचाचो सहित कुड़ियामों के बाल पंचायत के बच्चे भी शामिल हुए।
विदित हो कि, पूरे तिसरी प्रखंड क्षेत्र में कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन बच्चों की शिक्षा सुरक्षा और विकास के लिए तत्परता से कार्य कर रही है। वर्त्तमान समय में बच्चों की सजगता ही उज्जवल भविष्य का निर्धारण कर सकती है। इस कार्यक्रम के दौरान बच्चों ने अपने कार्यों की दायित्व के लिए शपथ लिया और उन्हें ग्राम पंचायत के द्वारा मान्यता प्रदान की गयी। अब बाल पंचायत और स्थानीय ग्राम पंचायत मिलकर बच्चों के चहुमुखी विकास के लिए कार्य करेगी।
कार्यक्रम के दौरान संगठन के जिला समन्वयक सुरेंद्र पंडित, संदीप नयन और भरत पाठक ने बच्चों को उनके अधिकारों का बोध कराया तथा उन्हें प्रेरित किया कि वे एक बेहतर समाज के निर्माण में अग्रणी भूमिका निभाएं। कैलाश सत्यार्थी का कहना है कि शिक्षा ही है जो एक बेहतर परिवर्तन निर्धारित कर सकता है, इसलिए पूरे विश्व को शिक्षित बनाना सभी की नैतिक जिम्मेदारी है।
खिजुरी बाल पंचायत के बाल मुखिया ने कहा कि वे मिलकर बाल श्रम को रोकेंगे। कैलाश सत्यार्थी का सपना जो बाल मित्र ग्राम का है मिलकर हम सभी पुरा करेंगे। कुड़ियामों के बाल मुखिया ने कहा कि 2 साल बाद स्कूल खुले हैं। हमलोग मिलकर यह सुनिश्चित करेंगे वे बाल मित्र ग्राम के सभी बच्चे विद्यालय नियमित आएं। धावाटांड़ के बाल मुखिया ने कहा वे बच्चों का सबसे बड़ा हथियार शिक्षा है। इसलिए मिलकर प्रयास करेंगे कि कोई भी बच्चा मेरे बाल मित्र ग्राम मे विद्यालय से बाहर न रहे।
मौके पर सत्यार्थी फाउंडेशन के बाल अधिकार कार्यकर्ता भरत पाठक, संदीप नयन, जीवाधर पंडित, शांति सोरेन, रोहित कुमार, प्रतिक रंजन सहित बाल पंचायत के बच्चे उपस्थित रहे।