कोयला चोरी के आरोपी को गिरिडीह मुफ्फसिल थाना पुलिस ने दबोचा, तो झामुमो नेता ने अपने समर्थकों के साथ हमला कर पुलिस से कराया मुक्त
संवेदनशील मामले में सत्तारुढ़ दल होने के कारण पुलिस पदाधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं
गिरिडीहः
कोयला चोरी के आरोपी को गिरफ्तार कर थाना ले जा रहे गिरिडीह मुफ्फसिल थाना पुलिस पर झामुमो नेता अर्जुन रवानी समेत करीब 20-25 की संख्या में अज्ञात लोगों ने हमला कर दिया। और हमला कर कोयला चोरी के आरोपी द्यिया रवानी को पुलिस वाहन से निकालने में सफल रहे। हमलावरों के हमले के कारण पुलिस दुबारा आरोपी द्यिया रवानी को अब तक गिरफ्तार नहीं कर पाई। घटना मंगलवार की सुबह का बताया जा रहा है। सारे हमलावार झामुमो नेता अर्जुन रवानी के समर्थक बताए जा रहे है। इस पूरी घटना का वीडियो वहां मौजूद स्थानीय लोगों ने बनाया। तो मुफ्फसिल थाना के पुलिस जवानों के पास भी घटना का पूरा वीडियो फुटेज उपलब्ध होने की बात सामने आ रही है। घटना के दौरान थाना के एसआई अशोक मंडल ने मामले की जानकारी अपने वरीय अधिकारियों को भी दिया है। लेकिन कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है। जबकि मामले में सदर एसडीपीओ अनिल सिंह और मुफ्फसिल थाना प्रभारी विनय राम से भी बात किया गया। कई बार काॅल करने के बाद भी एसडीपीओ का काॅल जहां नहीं उठा। तो वहीं दुसरी तरफ थाना प्रभारी ने घटना की जानकारी होने से ही इंकार कर दिया। लिहाजा, समझा जा सकता है कि इतने संवेदनशील मामले को भी पुलिस सत्तारुढ़ दल का कार्यकर्ता होने के कारण किस प्रकार रफा-दफा करने के प्रयास में है।
जबकि पुलिस मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के करहरबारी इलाके से आरोपी द्यिया रवानी को दबोचने के लिए गई हुई थी। बताया यह भी जा रहा है कि कोयला चोरी के जिस आरोपी द्यिया रवानी को पुलिस गिरफ्तार कर थाना ला रही थी। वह झामुमो नेता अर्जुन रवानी का भाई बताया जा रहा है। करहरबारी मंे जिस स्थान से कोयला चोरी के आरोपी को झामुमो नेता ने अपने समर्थकों के साथ पुलिस वैन से जबरन मुक्त कराया। वह इलाका पचंबा थाना क्षेत्र में है या मुफ्फसिल थाना इलाके। यह फिलहाल स्पस्ट नहीं हुआ है। लेकिन घटना की जानकारी पचंबा थाना प्रभारी को भी नहीं है। जानकारी के अनुसार कोयला चोरी के आरोप मुफ्फसिल थाना पुलिस ने इसी साल करहरबारी निवासी द्यिया रवानी के खिलाफ केस दर्ज किया था। हालांकि इस आरोपी के खिलाफ पहले से भी थाना में कई और केस दर्ज है।
केस दर्ज करने के कई महीनों बाद मुफ्फसिल थाना के एसआई सह केस के अनुसंधानकर्ता अशोक मंडल द्यिया मंडल को गिरफ्तार करने करहरबारी पहुंचे थे। लेकिन आरोपी द्यिया पुलिस को बीच रास्ते महेशलुंडी में मिल गया। लिहाजा, उसे पुलिस गिरफ्तार करने के लिए उसके पीछे दौड़ी। तो पुलिस को देखते ही वह भागने लगा।
इस दौरान जवानों ने उसे खदेड़ कर दबोचा। और गिरफ्तार करने में सफलता पाया। इसी बीच आरोपी द्यिया के भाई और झामुमो नेता अर्जुन रवानी को पुलिस द्वारा भाई को पकड़ने की सूचना मिली। तो झामुमो नेता अपने समर्थकों के साथ घटनास्थल पहुंच कर पुलिस से उलझ पड़ा। हालांकि एसआई अशोक मंडल समेत पुलिस जवानों ने झामुमो नेता और उसके समर्थकों को समझाने का प्रयास किया। लेकिन समझने के बजाय झामुमो नेता उल्टे पुलिस से उलझ पड़ा। और कुछ पुलिस जवानों के साथ मारपीट भी कर दिया। इसके बाद अपने भाई को पुलिस वाहन से जबरन उतार कर भगा दिया।