कोडरमा में 250 बेड के सरकारी कोविड अस्पताल की हुई शुरूआत
- मुख्यमंत्री हेंमत सोरेन ने ऑनलाइन किया शुभारंभ
- कोविड अस्पताल में 20 ऑक्सीजन पाइपलाइन युक्त बेड मौजूद
- जरूरत पड़ी तो मरीजों के लिए ओर भी की जायेगी व्यवस्था: सीएम
कोडरमा। कोडरमा जिले में लागातार कोरोना संक्रमण की समस्या बढ़ रही है। जिसे देखते हुए बुधवार को कोविड संक्रमण के इस काल में 270 बेड की व्यवस्था कोडरमा में किया गया। जिसका आॅनलाइन उद्धाटन झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के द्वारा किया गया।
मुख्यमंत्री ने वर्तमान के कोविड संक्रमण के बारे में बताया कि यह पूर्व से ज्यादा तेजी से हमारे शरीर को नुकसान पहुंचा रहा है। इसमें दवा से पहले ऑक्सीजन की जरूरत पड़ रही है, सरकार लगातार नये कोविड बेड और ऑक्सीजन की उपलब्धता बढ़ाने के लिए प्रयास कर रही है। ऑक्सीजन बेड सबके लिए उपलब्ध हो इसके लिए कोविड सर्किट द्वारा जिले को आपस में जोड़ा गया है। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन कोडरमा के द्वारा पूर्व से स्थापित करीबन 82 ऑक्सीजन बेड और वर्तमान में 270 बेड को भविष्य में ओर भी बढ़ाने की बात कही। उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्र की तुलना में ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण के नियंत्रण एवं जागरूकता की कमी एक चिंता का विषय है। गांवों में कोरोना संक्रमण के कारण हो रही मौतों का अंत्येष्टि प्रोटोकॉल के तहत नहीं हो पाती है, ऐसे में यदि ग्रामीण क्षेत्र में किसी की भी मौत होती है तो उसके परिवार के अन्य सदस्यों का टेस्ट कराना अनिवार्य कराते हुए उनको क्वॉरेंटाइन में रखें। इसके लिए मुखिया, सरपंच जैसे जनप्रतिनिधियों के नेटवर्क का सहारा लिया जा सकता है।
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि कोविड का समुचित ईलाज करते हुए मृत्यु दर में कमी लाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जरूरतमंदों तक ऑक्सिजन पहुंचाने की भी व्यवस्था सुनिश्चित किया जाय। मृतक के परिवार की आर्थिक स्थिति को समझते हुए उनकी समुचित देखभाल करना और सहायता करना हमारा दायित्व है।
ग्रामीण लोगों पर अधिक ध्यान दिया जाए: डॉ नीरा यादव विधायक
मौके पर उपस्थित विधायक डॉ नीरा यादव ने ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण रोकने एवं बचाव के लिए जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों के माध्यम से लोगों तक आवश्यक रूप से मेडिकल किट उपलब्ध कराने का आग्रह मुख्यमंत्री से किया।
वहीं प्रधान कार्यकारी समिति जिला परिषद शालिनी गुप्ता ने मुख्यमंत्री से कोविड टीकाकरण में तेजी लाने का आग्रह किया। साथ ही कहा कि 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों के लिए भी जल्द से जल्द वैक्सीन उपलब्ध हो। मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि जल्द से जल्द 1 सप्ताह में यह आरंभ हो जाएगा।
सीमावर्ती जिला होने के कारण प्रवासी मजदूरों के आवागमण से पोजीटीवीटी दर अधिक: डीसी
इससे पूर्व उपायुक्त रमेश घोलप वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री से सीधे जुड़ते हुए बताया कि सीमावर्ती जिला होने के कारण यहां प्रवासी मजदूरों का आना जाना अन्य रेड जोन क्षेत्रो में होता रहता है जिसके कारण यहां की पोजीटीवीटी दर ज्यादा है। लेकिन सरकार के निर्देशानुसार जिले में टीकाकरण की रफ्तार में तेजी लायी गयी है। बताया कि जिले में मरीजों के लिए पर्याप्त मात्रा में ऑक्सिजन है। इस बार के कोविड की लहर में ऑक्सिजन की जरूरत का आकलन करते हुए तकरीबन 100 से भी ज्यादा ऑक्सिजन बेड की व्यवस्था की गई है। बंद पड़े कुछ निजी हॉस्पिटल को भी चालू कराया गया है।
उपायुक्त ने बताया कि वर्तमान में सरकारी कोविड हॉस्पिटल में 250 बेड है जिसमे 110 ऑक्सिजन युक्त और 140 सामान्य बेड हैं। यहां 6 वेंटिलेटर की सुविधा है वहीं 4 एम्बुलेंस यहां हमेसा तैनात रहेंगे। ड्यूटी में लगे स्टाफ की ठहरने की व्यवस्था भी यहां रहेगी।
कार्यक्रम में थे उपस्थित
उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान मुख्य रूप से कोडरमा विधायक डॉक्टर नीरा यादव, प्रधान कार्यकारिणी जिला परिषद शालिनी गुप्ता, उपविकास आयुक्त आर रोनिटा, अनुमंडल पदाधिकारी मनीष कुमार, सिविल सर्जन डॉक्टर एबी प्रसाद सहित अनेक वरीय चिकित्सक और सरकारी कर्मी उपस्थित थे।