बाल अधिकार और बाल विवाह के दुष्परिणाम पर कार्यशाला
बच्चों का सर्वांगीण विकास कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रंस फाउंडेशन का लक्ष्य
गिरिडीह। कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रंस फाउंडेशन द्वारा तिसरी प्रखंड के खटपोक पंचायत अंतर्गत चयनित बाल मित्र ग्राम राणाडीह में बच्चों के बीच सामाजिक दूरी का ध्यान रखते हुए बाल अधिकार और बाल विवाह के दुष्परिणाम पर कार्यशाला आयोजित की गई। बताया गया कि कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य बच्चों को उन्हे हक और अधिकार के लिए हमेशा तत्परता और सतर्कता बरतते हुए अपनी जिम्मेदारी और अधिकार के प्रति सचेत रखना है। ताकि कोई भी बच्चा शोषित न रहे और न ही कोई उनके अधिकार को छीन सके।
कई गतिविधियों का हुआ आयोजन
गतिविधि के माध्यम से समाज के गुण और अवगुण में विभेदीकरण, विद्यार्थी के गुण, एक बेहतर समाज निर्माण करने के कदम आदि के बारे में बतलाने का प्रयास खेल की गतिविधि से किया गया। कार्यशाला के दौरान बच्चों ने यह शपथ लिया कि किसी भी बच्चों को शोषित रूप में ना रहने दिया जाएगा। इसके लिए वे हर संभव लड़ाई लड़ेंगे, चैमुखी विकास को अपनाने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे।
स्लोगन के माध्यम से सरकार से की मांग
इस दौरान बच्चों ने स्लोगन के माध्यम से देश की सरकार से बच्चों की शिक्षा और सर्वांगीण विकास के लिए मांगे रखी। कार्यशाला को कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रंस फाउंडेशन के कार्यकर्ता संदीप नयन और भरत पाठक ने संचालित किया तथा सहयोगी मुकेश मिश्रा, छोटेलाल पांडेय, तरुण कुमार ने कार्यशाला आयोजन एवं दीवाल लेखन कार्य ने सहयोग किया। कार्यक्रम में प्रियंका, प्रीति, नंदिनी, बबीता, अमित, सौरभ सहित अन्य बच्चों ने भाग लिया।