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अवैध तरीके से निर्गत किए गए 208 पीडीएस मामले को लेकर आमरण अनशन पर बैठे कांग्रेस नेता उपेंद्र सिंह

  • गिरिडीह के तत्कालिन डीसी और डीएसओ के खिलाफ कर रहे है कार्रवाई की मांग
  • अपने ही सरकार पर लगाया शिकायत करने के बाद भी कार्रवाई नही करने का आरोप

गिरिडीह। रांची डीसी सह गिरिडीह के पूर्व डीसी राहुल सिन्हा और पूर्व जिला आपूर्ति अधिकारी सह गिरिडीह के एनडीसी सुदेश कुमार के खिलाफ बुधवार से गिरिडीह कांग्रेस नेता उपेंद्र सिंह ने अनिश्चितकालीन आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन पर कोरोना काल में अवैध रूप से 208 पीडीएस सेंटर आवंटन निर्गत करने का आरोप लगाया है। झंडा मैदान में आमरण अनशन शुरू करने से पहले कांग्रेस नेता उपेंद्र सिंह ने अपने समर्थको के साथ शहर में जुलुश निकाला और हेमंत सरकार से रांची डीसी राहुल सिन्हा के खिलाफ सीबीआई जांच और एनडीसी सुदेश कुमार के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की। शहर भ्रमण करते हुए कांग्रेस नेता इस दौरान झंडा मैदान पहुंचे। जहा बुधवार से उन्होंने अनशन शुरू कर दिया। अनशन पर पहले दिन उनके साथ कांग्रेस नेता अशोक विश्वकर्मा, बलराम यादव, संतोष राय समेत कई कांग्रेस नेता शामिल हुए।

इधर अनशन के पहले दिन ही कांग्रेस नेता उपेंद्र सिंह ने रांची डीसी राहुल सिन्हा पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए कहा की गिरिडीह डीसी रहते हुए राहुल सिन्हा ने जिला मुख्यालय में करोड़ो के जमीन को भूमाफियाओं के हवाले कर दिया। जमीन मामले में रांची जाने से पहले गिरिडीह में रहते हुए राहुल सिन्हा ने शहर के कई सरकारी जमीनों को भूमाफिया के हाथो लुटा दिया। कांग्रेस नेता ने अनशन पर बैठने के साथ दावा करते हुए कहा की जमीन लूट को लेकर वो कई बार सीएम हेमंत सरकार से जांच की मांग कर चुके है। लेकिन उनके मांग को नही सुना गया और अब हालात ऐसे है की अगर कोई बड़ा प्रोजेक्ट गिरिडीह के सदर प्रखंड में आता है तो वो सिर्फ जमीन के अभाव में वापस फेल होना तय है। क्योंकि अधिकांश सरकारी जमीन को पूर्व डीसी लुटा चुके है। इतना ही नहीं पूर्व डीसी राहुल सिन्हा ने अपने एक रिश्तेदार सुदेश कुमार के साथ मिलकर जिले में पीडीएस दुकान वितरण में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी किया। लेकिन राज्य सरकार ने इन दोनों अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई तक नही किया।

अनशन पर बैठने वाले कांग्रेस नेता उपेंद्र सिंह ने कांग्रेस कोटे से आपूर्ति मंत्री बने रामेश्वर उरांव का बचाव करते भी दिखे, और कहा की मामला जब सामने आया। तो मंत्री रामेश्वर उरांव दो सौ आठ पीडीएस दुकान के लाइसेंस को रद्द किया। लिहाजा, रांची डीसी राहुल सिन्हा के गिरिडीह डीसी के कार्यकाल की सीबीआई जांच होना चाहिए। जबकि पूर्व जिला आपूर्ति अधिकारी सुदेश कुमार के खिलाफ भषटाचार का केस दर्ज होना चाहिए। बताते चले की इसे पहले भी गिरिडीह के कांग्रेस नेता उपेंद्र सिंह धनवार के पर्सन पुल समेत कई मुद्दों पर जिले में अनशन कर चुके है।

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