हेमंत सरकार के दो साल हुए पूरे, गिरिडीह को मिला करोड़ों रुपए के योजनाओं की सौगात
- महामारी के दौर में हेमंत सरकार के कार्यकाल ने जीता लोगो का भरोसा: हफीजूल
- दशकों बाद गिरिडीह को मिला अपना नया समाहरणालय भवन
- कई बेरोजगार को मिला नियुक्ति पत्र
गिरिडीह। हेमंत सरकार के दो साल के कार्यकाल के पूरा होने के उपलक्ष्य पर बुधवार को सरकार ने गिरिडीह को करोड़ों रूपये की योजनाओं का सौगात दिया गया। वहीं कई युवाओं के अरमान को पूरा करते हुए सरकारी नौकरी की नियुक्ति पत्र भी सौंपा गया। बुधवार को जिला प्रशासन की ओर से गिरिडीह स्टेडियम में भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया था। कार्यक्रम का उद्घाटन राज्य के अल्पसंख्य कल्याण मंत्री हफीजुल हसन, सदर विधायक सुदीव्य कुमार सोनू, गांडेय विधायक सरफराज अहमद और डीसी राहुल सिन्हा ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस दौरान स्टेडियम में काफी संख्या में लाभुक मौजूद थे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री हफीजुल हसन ने कहा की हेमंत सरकार महामारी के बीच जनता की उम्मीदों को पूरा करने में जुटे हुए है, लेकिन कुछ दलों को हेमंत सरकार का काम दिख नही रहा है। ऐसे दलों के नेताओ को चश्मा उतारने की जरूरत है। मंत्री ने कहा कि दो साल के सफल कार्यकाल के दौरान राज्य ने आत्मभरोसा पाया है।
सदर विधायक श्री सोनू ने कहा कि उम्मीद पूरा करना और भरोसा जितना ये कला हर दल को हेमंत सरकार से सीखना चाहिए। आज का ये कार्यक्रम उन उम्मीदों को ही पूरा कर रहा है जिस पर भरोसा कर लोगों ने हेमंत सरकार को सत्ता में लेकर आए। गांडेय विधायक सरफराज अहमद, बगोदर विधायक विनोद सिंह और डीसी राहुल सिन्हा ने भी कार्यक्रमको संबोधित किया।
कार्यकम के दौरान 28 करोड़ के लागत से बने नवनिर्मित समाहरणालय भवन का उद्घाटन किया गया। करोड़ों की राशि से जिले में बनने वाले पुल पुलिया, सड़क और कई प्रस्तावित नए भवन का शिलान्यास भी किया गया। इसमें सबसे अधिक ग्रामीण विकास विभाग से बनने वाले सड़क, पुल की योजना शामिल थी।
इस दौरान मंत्री समेत दोनों विधायको ने कई बेरोजगार युवाओं को अलग-अलग विभाग को नियुक्ति पत्र सौंपा। कई लाभुको के बीच पशुपालन विभाग से गौ पालन योजना के तहत गायों का वितरण किया। कई लाभुको के बीच अंबेडकर आवास, पीएम आवास योजना से बने नए घर की चाबी वितरण दी गई। जबकि कृषि विभाग से ही कई लाभुको के बीच कृषि उपकरण में पंप सेट के साथ कई और उपकरण बांटे गये।
कार्यक्रम में एसपी अमित रेनू, डीडीसी शशि भूषण मेहरा, सदर एसडीएम विशाल दीप खलको, जिला परिषद अध्यक्ष राकेश महतो, डीआरडीए डायरेक्टर आलोक कुमार, सिविल सर्जन शिवप्रसाद मिश्रा समेत कई अधिकारी मौजूद थे।
हालांकि इन सबके बीच जिला प्रशासन द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में जेएमएम अध्यक्ष समेत कई नेताओं को आमंत्रित नही किए जाने से जेएमएम नेताओ में गुस्सा साफ दिखाई दे रहा था।