कोरोना से 10 दिनों तक संघर्ष कर जंग जीतने वाले गिरिडीह स्वास्थ विभाग के दो कर्मचारियों ने कहा खुद पर भरोषा कर संघर्ष करें, हर हाल में जीत होगी
गिरिडीहः
गिरिडीह में कोरोना के बढ़ते संक्रमण और मौत के आंकड़ो ने चिंता बढ़ा दिया हो। लेकिन संक्रमण से बेहतर होने वाले मरीजों की संख्या में कुछ वृद्धि हुई है। हालांकि गिरिडीह में रिकवरी दर काफी कम है। लेकिन कईयों ने सिर्फ आत्मविश्वास के बलबूते ही इस जानलेवा महामारी को मात देने में सफल रहे। चर्चा हो रही है कि गिरिडीह स्वास्थ विभाग की जिला कार्यक्रम प्रबंधक प्रतिमा मिश्रा और जिला डेटा प्रबंधक दीपक कुमार का। स्वास्थ विभाग के इन दोनों कर्मियों ने 10 दिन पहले अपना-अपना जांच कराया। तो इनके रिपोर्ट पाॅजिटीव आएं। रिपोर्ट पाॅजिटीव आने के बाद भी कार्यक्रम प्रबंधक प्रतिमा मिश्रा और दीपक कुमार ने अपने साहस और भरोषे को टूटने नहीं दिया। बल्कि, रिपोर्ट पाॅजिटीव आते ही दोनों होम आइसोलेशन में चले गए। वैसे स्वास्थ विभाग के कई कर्मी अब भी कोरोना से जंग लड़ रहे है। और होम आइसोलेशन में ही है। लेकिन कोरोना से जंग लड़ने की दोनों की कहानी काफी दिलचस्प है। क्योंकि पाॅजिटीव आने के साथ ही कार्यक्रम प्रबंधक प्रतिमा मिश्रा और दीपक कुमार ने घर पर ही काढ़ा लेना शुरु किया। इस दौरान गर्म पानी और नियमित रुप से दवाएं भी लिया। और हर रोज नारंगी का जूस लेते। हालांकि कुछ दिन दोनों की तबीयत बिगड़ी, तो दोनों ने गर्म पानी के साथ काढ़ा लेना जारी रखा। और कोविद सेंटर जाने के बजाय होम आइसोलेशन में रहना ही उचित समझा। यही नही दोनों होम आइसोलेशन में रहते हुए काम भी निपटाते रहे।
इधर कोरोना संक्रमण से बेहतर होने के बाद स्वास्थ विभाग की कार्यक्रम प्रबंधक प्रतिमा मिश्रा ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि संक्रमित होने के बाद उन्हें सबसे अधिक चिंता अपने बेटे को लेकर रही कि कहीं वो भी संक्रमण के चपेट में नहीं आ जाएं। लिहाजा, होम आइसोलेशन पर रहते हुए कार्यक्रम रहते हुए प्रबंधक प्रतिमा बेटे समेत परिवार के सभी सदस्यों से एक कमरे से दुसरे कमरे में भी वीडियो काॅल कर बात करती रही। कार्यक्रम प्रबंधक प्रतिमा ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि पाॅजिटीव होने के बाद मन में डर बैठाना ही लड़ाई के प्रति पहला नकरात्मक कदम है। ऐसे में खुद पर भरोषा रखें, तो निश्चित तौर पर संक्रमण के खिलाफ लड़ाई में जीत होगी। इस बीच तीन दिन पहले जब दोनों का दुसरा रिपोर्ट निगेटीव आया। तो स्वास्थ विभाग के इन दोनों कर्मियों ने राहत की सांस ली। हालांकि एहतियातन अब भी दोनों अगले कुछ दिन और सदस्यों से अलग रहने का ही निर्णय ली है।