साइबर फ्राड करते कुजू के कोयला खदान के माइनिंग पदाधिकारी समेत दो अपराधियों को गिरिडीह के साइबर थाना पुलिस ने दबोचा
गिरिडीहः
गिरिडीह के साइबर थाना पुलिस ने दो साइबर अपराधियों को दबोचने में सफलता पाया था। सोमवार को मिले सफलता के दुसरे दिन मंगलवार को प्रेसवार्ता कर एसपी दीपक कुमार शर्मा, सदर एसडीपीओ अनिल सिंह और साइबर थाना एसआई गौरव कुमार समेत अन्य पुलिस पदाधिकारियों ने दोनों अपराधियों के अपराध की पूरी जानकारी दिया। लेकिन पुलिस की मानें तो गिरफ्तार अपराधियों में जमुआ थाना क्षेत्र के भगतीयाडीह गांव निवासी हरीश कुमार साइबर अपराधी होने के साथ रामगढ़ के कुजू कोयला खदान में माइनिंग पदाधिकारी भी है। और जिसे हर माह पौने दो लाख से अधिक का वेतन मिलता है। पुलिस की मानें तो रामगढ़ के कुजू का माइनिंग पदाधिकारी हरीश कुमार अपने साथी महेन्द्र मंडल समेत गिरोह के साथियों के चक्कर में फंसकर साइबर अपराध से जुड़ा है। वैसे प्रसेवार्ता के दौरान एसपी ने बताया कि गिरफ्तार अपराधियों में महेन्द्र मंडल ही पूरे गिरोह का सरगना है। क्योंकि महेन्द्र मंडल मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के गपैय गांव का निवासी है। साइबर पुलिस ने हजारीबाग के कोर्रा थाना क्षेत्र के साकेतपुरी कॉलोनी मंे छापेमारी कर महेन्द्र मंडल को पहले दबोचा था। महेन्द्र मंडल के निशानदेही पर ही साकेतपुरी कॉलोनी में छापेमारी किया गया। जहां से हरीश कुमार को दबोचा गया। जबकि कई और अपराधी फरार होने में सफल रहे। फरार अपराधियों में गपैय निवासी बबलू मंडल, बगोदर के अटका निवासी रितेश मंडल और धीरज मंडल शामिल है। एसपी ने प्रेसवार्ता के दौरान जानकारी दिया कि दोनों अपराधियों के ठिकानों मंे पर तब छापेमारी किया गया। जब एक अपराधी पचंबा थाना क्षेत्र के यमाहा शोरुम में स्क्ूटी खरीदारी करने पहुंचा था। इसी दौरान पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर पहले महेन्द्र की गिरफ्तारी किया। फिर इसके निशानदेही पर हजारीबाग के साकेतपुरी कॉलोनी में छापेमारी कर कुजू कोयला खदान के माइनिंग पदाधिकारी हरीश को दबोचा गया। जबकि इनके पास से 33 एटीएम कार्ड के साथ कई मंहगे मोबाइल और 55 हजार नगद रुपए भी बरामद किए गए। एसपी ने बताया कि सभी फर्जी बैंक पदाधिकारी बनकर बैंक के खाताधारकों को फोन कर ठगी करते थे।