प्रधानमंत्री के संबोधन के बाद झारखंड में शुरू हुआ टीकारण
- मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री की उपस्थिति में सदर अस्पताल की सफाईकर्मी मरियम गुड़िया को लगा झारखंड का पहला टीका
- हर केंद्र पर 100 हेल्थ वर्कर्स को टीका लगाने का किया गया लक्ष्य निर्धारित
- पहले दिन 4800 स्वास्थ्यकर्मियों को टीका का लक्ष्य
रांची। सदर अस्पताल की सफाईकर्मी मरियम गुड़िया को झारखंड का पहला टीका लगाया गया। शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के सदर अस्पताल पहुंचने के बाद करीब 11. 22 पर मरियम गुड़िया को टीका लगाया गया। टीका लगने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने वालंटियर्स से बातचीत की। मौके पर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता और रांची के सिविल सर्जन भी मौजूद थे।
टीका देश के लिए साबित होगा वरदान: हेमंत सोरेन
टीकाकरण शुरू होने के बाद सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि हमने एक दौर वो भी देखा है जब कोविड के जांच के लिए दूसरे राज्यों पर निर्भर रहना पड़ता था। लेकिन आज हम कोरोना से निपटने में देश के अग्रणी राज्यों में हैं। कहा कि मैं उम्मीद करता हूं कि आज इस वैश्विक महामारी में यह टीका देश के लिए एक वरदान साबित होगा। कहा कि राज्य के 48 केंद्रों से यह टीकाकरण कार्यक्रम शुरू किया गया है। कहा कि पहले अगर फ्रंटलाइन वॉरियर सुरक्षित हो जाएंगे तब हम सब सुरिक्षत हो जाएंगे।
झारखंड के 48 केंद्रों पर हो रहा है टीकाकरण
झारखंड के 48 केंद्रों पर कोरोना के खिलाफ खुशियों का टीका लगाया जा रहा है। राज्य प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. अजीत कुमार प्रसाद ने बताया कि रांची में सदर अस्पताल के अलावा नामकुम सीएचसी में भी टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। राज्य के हर जिलों में दो सेंटर बनाए गए हैं। वहीं सिविल सर्जन विजय बिहारी प्रसाद ने बताया कि पहले दिन 200 हेल्थ वर्कर्स को टीका देने का लक्ष्य रखा गया है। बताया कि पहले टीके के साथ ही दूसरे बार पड़ने वाले टीके के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।
1.40 लाख हेल्थवर्कर्स का हुआ है रजिस्ट्रेशन
झारखंड में पहले चरण में टीकाकरण के लिए निजी व सरकारी क्षेत्र के 1,40,000 स्वास्थ्य कर्मियों का पंजीकरण को-विन पोर्टल पर किया जा चुका है। जिसके लिए 1.62 लाख डोज टीका राज्य को प्राप्त हो चुका है। को-विन पोर्टल पर रजिस्टर्ड स्वास्थ्य कर्मियों को ही शनिवार से टीका दिया जाएगा। पहला डोज के 28 दिन बाद दूसरा डोज दिया जाएगा।