नए वैरिएंट ओमिक्रोन से निपटने में जुटा गिरिडीह स्वास्थ विभाग, किया महत्पूर्ण बैठक, लिए गए कई निर्णय
गिरिडीहः
कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्राॅन के खतरे से बचाव की तैयारी गिरिडीह स्वास्थ विभाग ने शुरु कर दिया है। शुक्रवार को ही सिविज सर्जन डा. शिवप्रसाद मिश्रा ने जिले के कार्यक्रम प्रबंधकों और कई स्वास्थ कर्मियों के साथ बैठक किया। नए वैरिएंट को लेकर स्वास्थ विभाग की यह पहली बैठक काफी महत्पूर्ण रही। तो इस दौरान कई महत्पूर्ण बातों पर चर्चा भी किया गया। सबसे पहले बैठक में वैक्सीन की गति को और तेज करने पर बल दिया गया। तो सिविल सर्जन डा. मिश्रा ने कहा कि वैक्सीन से वंचित जिले के जितने गांव है उन गांवो में माइक्रोप्लाॅन बनाकर वैक्सीननेशन शुरु करें। सिविल सर्जन ने इस दौरान कर्मियों को एक-एक गांव के एक-एक घर के लाभार्थियों को वैक्सीन लगाने का सुझाव दिया। ओमिक्रोन से निपटने को लेकर सीएस ने कहा कि वैक्सीन की गति जितना तेज होगा। उतना ही संभवत नए वैरिएंट के संक्रमण से मुक्त रहेगा। वैसे शहरी क्षेत्र में भी इस योजना को फोकस कर अभियान को तेज करने का सुझाव दिया गया।
तो बैठक में जिले के सभी रेलवे स्टेशनों में एक बार फिर टेस्टिंग बढ़ाने का निर्देश दिया गया। तो हर बस पड़ाव मंे भी यात्रियों के टेस्टिंग बढ़ाने की बात कही गई। वैसे इस बार सिविल सर्जन ने हर कार्यक्रम प्रबंधक और स्वास्थ कर्मियांे को यह भी सुझाव दिया कि रेलवे स्टेशन और बस पड़ाव में यात्रियों के सैंपल और मोबाइल नंबर लेने के बाद स्वास्थ कर्मी एक बार वैसे सैंपल देने वालों के आॅन द स्पाॅट मोबाइल पर काॅल भी कर सुनिश्चित कर लेगें कि जिन लोगों ने सैंपल दिया है। उनका नंबर सही है और एड्रैस भी सही है। जिसे सैंपल देने वालों को उनका सही रिपोर्ट आने के बाद प्रांरभिक कार्रवाई शुरु हो सकें। इस दौरान बैठक में वैक्सीन के नोडल पदाधिकारी बिप्लब मुखर्जी, डीपीएम प्रतिमा कुमारी समेत कई मौजूद थे।