हड़ताल की पूर्व संध्या पर निकला मशाल जुलूस
- 28 व 29 मार्च की हड़ताल को ऐतिहासिक बनाने का आह्वान
कोडरमा। सीटू सहित 11 ट्रेड यूनियनों और कर्मचारियों एवं मजदूरों के फेडरेशनों के आह्वान पर 28 व 29 मार्च को आयोजित दो दिवसीय हड़ताल को ऐतिहासिक बनाने का आह्वान के साथ सीटू एटक एक्टू वकेन्द्रीय व राज्य कर्मचारी संगठनों की संयुक्त रूप से श्रम कल्याण केंद्र से झंडा चौक तक मशाल जुलूस निकाला गया। जुलूस में मोदी सरकार मुर्दाबाद, निजीकरण बंद करो, महंगाई पर रोक लगाओ, पुरानी पेंशन लागू करो आदि नारे लगाए जा रहे थे।
झंडा चौक पर एटक के नेता और जिप सदस्य महादेव राम की अध्यक्षता में हुई सभा को सीटू राज्य कमिटी सदस्य संजय पासवान, एक्टू के जिला संयोजक विजय पासवान, निर्माण मजदूर यूनियन के अध्यक्ष प्रेम प्रकाश, शम्भु पासवान, कर्मचारी महासंघ के सचिव शशि कुमार पांडेय, दिनेश रविदास, राजकुमार दास, अरविंद कुमार, सुभाष शर्मा, आंगनबाड़ी संघ की प्रदेश अध्यक्ष मीरा देवी, वर्षा रानी, बीमा कर्मचारी संघ के अध्यक्ष महावीर यादव, सचिव मनोरंजन कुमार, बेफी के शिवशंकर वर्णवाल, बीएसएसआरयू के सुनील गुप्ता, दिलीप सिन्हा, पोषण सखी संघ की सचिव जरीना खातून, शाहिना खातुन आदि ने संबोधित किया।
वक्ताओं ने कहा कि मोदी के नेतृत्व वाली भाजपानीत केन्द्र सरकार की नीतियों के चलते हालत बद से बदतर हो गई है। आजीविका के अवसरों में भारी गिरावट के कारण बेरोजगारी तेजी से बढ़ रही है, जिसने ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में न केवल मेहनतकश लोगों बल्कि पूरे युवा और छात्र समुदाय में निराशा और हताशा की स्थिति पैदा कर दी है। केंद्र सरकार की कॉरपोरेट परस्त उदारवादी नीतियों के तहत रखो और हटाओ की नीति पर चल रही है, जिसमें रोजगार की सुरक्षा नहीं है। कहा कि यह हड़ताल सिर्फ कर्मचारियों के हितों के लिए नहीं बल्कि देश को बचाने के लिए है।