सरिया में संपन्न हुआ झारखंड कुशवाहा महासभा का तृतिय राज्य सम्मेलन
- प्रदेश के विभिन्न जिलों से शामिल हुए करीब चार हजार लोग
- बाल विवाह, कढुवा विवाह, दहेज प्रथा सहित अन्य सामाजिक कुरीतियों को मिटाने का कर रही है प्रयास: प्रदेश अध्यक्ष
- प्रदेश कमिटी का किया गया पूर्णगठन
गिरिडीह। झारखंड कुशवाहा महासभा द्वारा सरिया में तृतिय राज्य सम्मेलन आयोजन किया गया। सम्मेलन का उद्घाटन मुख्य संरक्षक भुनेश्वर प्रसाद मेहता, प्रदेश अध्यक्ष हाकम प्रसाद महतो, महासचिव सत्यदेव प्रसाद वर्मा, पूर्व विधायक लोकनाथ महतो, पूर्व विधायक जय प्रकाश वर्मा, महेंद्र प्रसाद वर्मा, प्रणव वर्मा, राज किशोर महतो, भुनेश्वर प्रसाद भुन्नु, बटेश्वर प्रसाद मेहता, उचित महतो, संजय शान, लीलावती मेहता आदी लोगों ने बुद्ध के प्रतिमा पर पुष्पाजंलि व द्विप प्रज्जवलित कर किया गया। मौके पर अतिथियों का स्वागत माला, बैच एवं महिलाओं ने स्वागत गीत के माध्यम से किया।
महासभा के प्रदेश अध्यक्ष हाकिम प्रसाद महतो ने महासम्मेलन के प्रस्तावों को प्रस्तुत करते हुए कहा कि महासभा आगामी वर्षों में नशा मुक्त समाज, बाल विवाह, कढुवा विवाह, दहेज प्रथा, बेमेल विवाह, विवाह विच्छेदन वाले सामाजिक, कुरीतियों को मिटाने, विवाह व श्रद्धकर्म आदी संस्कार में होने वाले फिजुल खर्ची को रोकने के लिए हर संभव प्रयास करेगी, महिला शिक्षा, उच्चतर शिक्षा, तकनिकी शिक्षा और व्यवसायी शिक्षा के लिए प्रोत्साहन करेगी, बेरोजगार युवक-युवतियों को स्वालंबी बनाने के लिए लघु कुटीर उद्योग आदी स्थापना के लिए प्रशिक्षण प्रोत्साहित करेगी। संगठन कृषि विकास हेतु उन्नत किस्म के बीज व वैज्ञानिक तरिके से कृषि एवं कृषि मेला के आयोजन करते हुए व्यवसायिक खेती के लिए प्रोत्साहित करेगी। राजनैतिक प्रस्ताव के रुप में राष्ट्रीय व क्षेत्रिय दलों में समाज की भागीदारी, पिछड़ों के आरक्षण को बढ़ाने व जाति आधारित जनगणना कराने की मांग केन्द्र व राज्य सरकार से करेगी।
महासभा का प्रतिवेदन महासचिव सत्यदेव प्रसाद वर्मा ने प्रस्तुत करते हुए कहा कि महासभा 8 साल के कार्यकाल में आज झारखंड के 21 जिलों से जुडकर संगठन मजबुत हुआ है। समाज के चौमुखी विकास के इस बार प्रशिक्षण और प्रोत्साहन के कार्यक्रमों को प्रमुखता देने का काम किया है। वहीं सभा के माध्यम से पुर्व सांसद भुवनेश्वर प्रसाद मेहता ने प्रदेश कमिटी का गठन करते हुए पुनः पुराने और नये पदाधिकारियों के नाम की घोषणा की।
सभा को पूर्व विधायक जय प्रकाश वर्मा, प्रणव वर्मा, पुरन महतो, डॉ आरसी मेहता, रविन्द्र वर्मा, दिगम्बर प्रसाद दिवाकर, इंद्रमणी देवी, नरेश वर्मा, आनंत कुमार मेहता, एसएन मेहता, हलधर महतो, लीलावती मेहता, अजय कुशवाहा, सुनिल कुमार महतो, चुडामणी महतो, अर्जुन कुमार, ओम प्रकाश भगत, अयोध्या प्रसाद मेहता, अरूण वर्मा, अमरलाल महतो, प्रेम कुशवाहा, अजीत मांझी, शिक्षक मुन्ना प्रसाद कुशवाहा आदी ने भी संबोधित किया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रखंड अध्यक्ष जय प्रकाश वर्मा, बसंत वर्मा, परमेश्वर कुशवाहा, प्रो अरुण, रीतलाल वर्मा, लक्ष्मण कुशवाहा, लक्ष्मीनारायण, राजीव, राजू, कोलेश्वर महतो, टुपलाल वर्मा, अर्जुन आर्य, सतीश, सुधीर, राहुल, गोविन्द, तुलसी महतो, दशरथ, डॉ उमेश, किरण, ललिता, रीता, गीता, नीलम समेत समाज के सैकड़ों लोगों का सराहनीय योगदान रहा।