दुसरे लहर का प्रभाव हुआ कम, तो अब गिरिडीह स्वास्थ विभाग संक्रमितों के डेल्टा प्लस वैंरियट की जांच कराने की तैयारी में जुटा
सप्ताह दिनों में जिले के 50 हजार लाभार्थियों को लगा टीकाकरण
गिरिडीहः
कोरोना संक्रमण की दुसरी लहर का प्रभाव तो गिरिडीह में कम हो चुका है। वहीं अब कोरोना के नए म्यूट्रैंट डेल्टा प्लस को लेकर भी स्वास्थ विभाग गंभीर है। लिहाजा, वैक्सीनेशन के रफ्तार को गिरिडीह स्वास्थ विभाग तेज कर रहा है। तो अब जिले में आने वाले नए संक्रमितों के सैंपल को स्वास्थ विभाग जांच के लिए उड़ीसा के भुनेशवर भेजने की तैयारी में भी है। स्वास्थ विभाग फिलहाल इसे सार्वजनिक तौर पर इसलिए भी जाहिर नहीं कर रहा है कि कहीं मामले लोगों को भयभीत नहीं करे। लिहाजा, स्वास्थ विभाग अब सैंपल को जांच के लिए उड़ीसा भेजने में जुटा हुआ है। जिसे यह स्पस्ट हो सके कि संक्रमण के आने वाले नए मामले कहीं डेल्टा प्लस वैंरियट तो नहीं। वैसे शुक्रवार को पिछले 24 घंटे के भीतर छह नए मामले सामने आएं। जबकि 5 संक्रमित बेहतर हो कर डिस्चार्ज भी हुए। स्वास्थ विभाग के आंकड़ो के अनुसार जिले में महज 36 एक्टिव केस रह गए है। राहत की बात है संक्रमण से किसी की मौत नहीं हुई है।
इधर स्वास्थ विभाग के कड़े मशक्कत के बाद गिरिडीह जिले में सप्ताह दिनों में अब तक 50 हजार लाभार्थियों को कोरोना का वैक्सीन लग चुका है। स्वास्थ विभाग के अनुसार इसमें 18 और 45 प्लस के दोनों डोज लेने वाले लाभार्थी शामिल है। वैसे 21 जून को वैक्सीनेशन के महाअभियान के पहले दिन तक जिले में टीकाकरण में उत्साह दिखा। लेकिन पिछले दो दिनों से टीकाकरण अभियान में काफी कमी आई है। शुक्रवार को जिले के जंबो टीकाकरण केन्द्र नगर भवन में ही लाभार्थियों की उपस्थित काफी रही। टीकाकरण में आई कमी का कारण तो स्पस्ट नहीं हो पाया। लेकिन वैक्सीन की कमी अब भी जिले में लगातार बनी हुई है। क्योंकि पिछले एक सप्ताह में जिले को हर रोज कोविशील्ड और कोवैक्सीन के महज छह से सात हजार डोज ही मिल पा रहे है। लिहाजा, स्वास्थ विभाग को नियमित रुप से टीकाकरण को सफल बनाने में एक बड़ी अड़चन यह भी आ रही है।