जीडीपी बढ़ाने में शहरी विकास की भूमिका बेहद अहम जितनी सुविधा बढ़ेगी, उद्योग भी लगेगेंः विजया जाधव
शहरी विकास और आवसीय विभाग की निदेशक पहुंची गिरिडीह नगर निगम, किया अधिकारियों के साथ बैठक
स्वयं सहायता समूह को बैंको से मिलने वाले लाॅन के प्रोगेसिव रिपोर्ट का हाल देखकर हुई नाराज
गिरिडीहः
शहरी विकास और आवसीय विभाग के नगर विकास की निदेशक विजया जाधव बुधवार को गिरिडीह पहुंची। और नगर निगम के सभागार में अधिकारियों और उप महापौर प्रकाश सेठ के साथ बैठक की। निगम के अधिकारियों के साथ हुए बैठक में निदेशक विजया जाधव ने सबसे अधिक नाराजगी महिला स्वयं सहायता समूह को बैंकों से मिलने वाले कर्ज वितरण को लेकर रहा। समीक्षा बैठक के दौरान सामने आया कि निगम के अर्बन प्लानर और सिटी प्रबंधक द्वारा कर्ज की प्रोगेसिव रिपोर्ट अपटूडेट नहीं है। कई समूह की महिलाओं ने आवेदन कर रखा है। लेकिन ज्यादातर पैडिंग पड़े है। हालांकि समीक्षा बैठक में कुछ बैंक प्रबंधकों की लापरवाही सामने आई। इसके बाद निदेशक ने निगम के अधिकारियों को प्रोगेसिव रिपोर्ट अपटूडेट करने का निर्देश दी। अधिकारियों को सुझाव देते हुए कहा कि डेवलमेंट से जुड़े आवेदन को पैडिंग में रखने से कई परेशानी होगी। आवेदन आते है तो उनके निष्पादन में प्राथमिकता दिखाना जरुरी है।
निदेशक विजया जाधव ने समीक्षा के दौरान अधिकारियों को यह भी सुझाव दी कि शहरी क्षेत्र में अब तक जितने पार्क है। जरुरत के अनुसार संसाधन बढ़ाने पर राजस्व मिलता है। तो वैसे पार्क को और अपग्रेड करें, जिसे लोगों को पार्क में सुविधा मिल सके। कहा कि जीडीपी बढ़ाने में शहर के विकास की भूमिका बेहद महत्पूर्ण होती है। क्योंकि नगर विकास विभाग को डायनेमिक विभाग माना जाता है। लोगों को जितनी सुविधा मिलेगी, उतना राजस्व सरकार को भी हासिल होगा। और शहर में उद्योग भी उतने तेजी के साथ आएगें। करीब तीन घंटे के समीक्षा बैठक में विभाग की निदेशक विजया जाधव के साथ उपनिदेशक मेघना रुबी कच्छप, उप नगर आयुक्त और उप महापौर के साथ कई मुद्दों पर चर्चा की। जबकि बैठक में अर्बन प्लानर मंजूर आलम, सिटी प्रबंधक के साथ कलस्टर सुपरवाईजर समेत कई मौजूद थी।