दुसरे दिन भी गिरिडीह में हुआ कोरोना का विष्फोट, 148 नए केस मिले, तीन की हुई मौत
गिरिडीहः
बेकाबू कोरोना का अब गिरिडीह जिले में विष्फोट ही हो रहा है। पिछले 24 घंटे की बात करे तो जिले में 148 नए संक्रमितों के केस सामने आएं है। वहीं तीन की मौत हुई है। हालांकि मौत का आंकड़ा एक अधिक ही है। क्योंकि शहर के बरमसिया में संक्रमण से हो रहे मौत के शव का अंतिम संस्कार में इसी इलाके के दो युवा राॅकी नवल और मिथुन चन्द्रवंशी ही लगातार लगे हुए है। फिलहाल इन युवकों के इस कार्य की तारीफ जहां समाज के लोगों द्वारा किया जा रहा है। तो इन दोनों युवकों का ही दावा है कि रविवार को उन्होनें कोरोना संक्रमण हुए चार संक्रमितों का अंतिम संस्कार परिजनों का सहयोग किया। पीपीई कीट पहन दोनों युवक हर वैसे रिश्तेदारों का सहयोग करते है। जिनकी मौत कोरोना से हो रही है। इधर सरकारी आंकड़े में कोरोना से तीन के मौत की पुष्टि हुई है। इसमें पचंबा के एक संक्रमित भी शामिल है। जानकारी के अनुसार पचंबा का यह संक्रमित दुर्गापुर से इलाज कराकर लौटा था। इसके बाद परिजनों ने इस संक्रमित को बदडीहा एएनएम हाॅस्टल कोविद सेंटर में भर्ती कर दिया। जहां रविवार की सुबह इसकी मौत हुई। वहीं कोरोना से दुसरी मौत शहर के कर्बला रोड के एक दवा विक्रय प्रतिनिधी का भी हुआ है। जानकारी के अनुसार मेडिकल रिप्रेजन्टेटिव बीतें कुछ दिनों से एएनएन हाॅस्टल में भर्ती थी। जहां शनिवार की देर रात सांस लेने में हुई परेशानी के बाद रविवार की सुबह मेडिकल रिप्रेजन्टेटिव की मौत हो गई। वहीं तीसरी मौत शहर के एक कपड़ा कारोबारी का हुआ है। जानकारी के अनुसार कपड़ा कारोबारी शहर के एक नर्सिंग होम में इलाजरत थे। इलाज के दौरान रविवार दोपहर कपड़ा कारोबारी की मौत हुई।
इधर जिले में 148 नए केस सामने आने के बाद जिले में सक्रिय मरीजों की संख्या 395 के करीब पहुंच गई है। क्योंकि कुछ संक्रमितों के डिस्चार्ज होने की बात कही जा रही है। हालांकि इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाया है। जानकारी के अनुसार रविवार को आएं संक्रमितों में गिरिडीह सदर प्रखंड के शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में आठ नए केस मिले है। फिलहाल नए संक्रमितों की पहचान करने में स्वास्थ विभाग जुटा हुआ है। लेकिन नए संक्रमितों में एक पुलिस अधिकारी के बेटे भी संक्रमित बताएं जा रहे है। स्वास्थ विभाग के सूत्रों की मानें तो कुछ संक्रमितों की हालत कोविद सेंटर में गंभीर भी बताया जा रहा है। जिनका इलाज किया जा रहा है।