धनबाद, पारसनाथ, गया रेलखंड के चिचाकी स्टेशन के समीप नक्सलियों ने उड़ाया रेल पटरी
- सात घंटे तक रहा आवागमन बाधित
गिरिडीह। झारखंड बिहार बन्द की घोषणा के साथ माओवादियों ने कई एक्सप्रेस और सुपरफास्ट ट्रेन को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया, लेकिन असफल रहे। दरअसल, गिरिडीह के सरिया के चिचाकी रेलवे स्टेशन से करीब छः सौ मीटर दूर रेल पटरी को माओवादियों ने आईईडी लगाकर उड़ा दिया। जिस रेल पटरी को आईईडी लगाकर उड़ाया गया। वो उड़ाने धनबाद वाया पारसनाथ गया रेल खंड के अधीन है और अप और डाउन रेल लाइन में पड़ता है। घटना को नक्सलियों ने करीब मध्य रात्रि 12 अंजाम दिया। रेल पटरी उड़ाने के दौरान नक्सलियों ने रेल पटरी पर नक्सली पर्चा भी फेंका। इस दौरान चिचाकि रेल स्टेशन के करीब रेल पटरी पर हुए जोरदार धमाके की आवाज सुनकर गैंगमैन ने घटना की सूचना चिचाकी स्टेशन मैनेजर को दिया।
गैंगमैन की सूचना के आधार पर ही स्टेशन मैनेजर ने धनबाद रेल मंडल के सीनियर कमाडेंट हेमंत कुमार को दिया गया। इस दौरान सीनियर कमांडेंट भी जवानों के साथ चिचाकी रेल स्टेशन पहुंचे और रेल ट्रेक की मरम्मत कराने में जुट गए। जानकारी के अनुसार घटना के वक्त पारसनाथ स्टेशन से गंगा दामोदर एक्सप्रेस खुल चुकी थी। जिसे चौधरीबांध स्टेशन में रोक दिया गया। जबकि गया से इंटरसिटी एक्सप्रेस भी खुलने वाली थी। इसे भी गया रेलखंड पर ही रोका।
इस दौरान हटिया इस्लामपुर एक्सप्रेस और लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस को भी पारसनाथ स्टेशन पर ही रोक दिया गया। जानकारी के अनुसार धनबाद वाया पारसनाथ और गया रेलखंड पर करीब सात घंटे तक हर ट्रेनों का आवागमन ठप रहा। रेल पटरी मरम्मती के बाद सुबह सात बजे आवागमन शुरू हो पाया। सीनियर कमांडेंट की माने तो नक्सलियों ने इस स्टेशन के समीप एंब्यूस लगाकर रखा हुआ था।