तिसरी के गांधी मैदान में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया सरहुल
- आदिवासी समाज के लोगों ने की प्रकृति की पूजा
गिरिडीह। प्रकृति पूजा का पर्व सरहुल को लेकर तिसरी प्रखंड के गांधी मैदान में आदिवासी संथाल समाज सुसुर बेसी व आदिवासी समाज कल्याण समिति के द्वारा मिलन समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें आदिवासी समाज के लोगों ने पूरे उत्साह के साथ शामिल हुए। कार्यक्रम का अध्यक्षता प्रेमराज हेंब्रम और संचालन चांद किशोर हांसदा ने किया। सोमवार की सुबह से ही लोग पूरे तिसरी बाजार एवं जगह जगह पर सरहुल के झंडे लगाये गये थे। फिर काफी संख्या में महतो के घर जाकर स्वागत कर बड़ी संख्या में नाचते गाते ढोल मंदार के साथ जुलूस व शोभायात्रा के साथ सरना स्थल पहुंचे। इस दौरान समाज के महतो के द्वारा सखुआ का फूल आदिवासी महिला पुरुष व बच्चों को देकर आशीर्वाद दिया गया।
इस बबात संथाल समाज सुसुर बैसी का अध्यक्ष प्रेमराज ने कहा कि सरहुल आदिवासी समाज का एक महत्वपूर्ण त्योहार है। आदिवासी समाज के लोग प्राकृतिक पूजा करते आए है ये लोग अपनी परंपरा निभाते आ रहे है। समाज सेवी अरविंद मुर्मू ने कहा कि कोरोना महामारी की वजह से पिछले दो वर्षाे से सरहुल पर न ही शोभायात्रा निकाल पाए और न ही अच्छे से प्रोग्राम किए। लेकिन इस वर्ष सभी आदिवासी महिला, पुरुष, यूवक, युवतियां मिलकर सरहुल पर्व मना रहे है।
मौके पर आदिवासी समाज कल्याण समिति के अध्यक्ष सोनू हेंब्रम, अनाशियास मरांडी, डॉक्टर राजीव उरवा, रामचंद्र मरांडी, संतोष मुर्मू, नागेंद्र बासके, सुरेश मरांडी, मुकेश हंसदा, बजरंगी मुर्मू, अनिल हेंब्रम आदि आदिवासी समाज के लोग मौजूद थे।