LatestNewsगिरिडीहझारखण्डराँची

जमीन विवाद के कारण गिरिडीह का कार्तिक महतो बना नक्सली, बेटी के सुझाव पर माओवादी संगठन से हुआ अलग

एसपी समेत सीआरपीएफ कमांडेट ने बुके देकर किया स्वागत, सौंपा एक लाख का चेक

गिरिडीहः
जमीन विवाद के कारण रिश्तेदारों को सबक सीखाने को लेकर नक्सली बने एक लाख के इनामी हार्डकोर नक्सली कार्तिक महतो ने गिरिडीह पुलिस के सामने शनिवार को संरेडर किया। पुलिस लाईन में एक कार्यक्रम के दौरान 58 वर्षीय कार्तिक महतो ने संरेडर किया। तो समाज के मुख्यधारा से जुड़ने का स्वागत भी एसपी अमित रेणु, सीआरपीएफ 154वीं बटालियन के कमांडेट अच्यूतानंद, एएसपी गुलशन तिर्की, सहायक कमांडेट अजय कुमार और डुमरी एसडीपीओ मनोज कुमार ने बुके देकर किया। इस दौरान अधिकारियों ने संरेडर किए इनामी माओवादी से अपील किया कि अगर कोई और नक्सली संरेडर करता है तो मुख्यधारा से जुड़ने पर उसका भी राज्य पुलिस इसी तरह स्वागत करेगी। और जीने की एक राह दिखाएगी।
इधर पुलिस लाईन में ही प्रेसवार्ता के दौरान एसपी रेणु और कमांडेट अच्यूतानंद ने कहा कि जिले के अलग-अलग नक्सल प्रभावित इलाकों में लगातार चल रहे सर्च आॅपरेशन का दबाव और आत्मसमर्पण नीति ने गिरिडीह के खुखरा थाना क्षेत्र के जिलिंगटांड गांव निवासी कार्तिक महतो को माओवादी संगठन से मोहभंग कर संरेडर के लिए मजबूर किया। एसपी ने प्रेसवार्ता के दौरान स्पस्ट किया कि कार्तिक महतो साल 2009 में जमीन विवाद के कारण माओवादी संगठन से जुड़े थे। तो पीरटांड और डुमरी इलाके के कई हार्डकार माओवादियों के दस्ते से जुड़े थे। यही नही पीरटांड के जोनल कमांडर और सैक स्पेशल एरिया कमेटी के सदस्य अजय महतो के दस्ते से जुड़े थे। प्रेसवार्ता के दौरान एसपी ने यह भी बताया कि कार्तिक महतो के खिलाफ छह केस दर्ज है। इनमें अधिकांश मामले 17 सीएलए के आम्र्स एक्ट के तहत दर्ज है। तो साल 2018 में पीरटांड में चिरकी से लेकर हरलाडीह तक सड़क निर्माण कंस्ट्रक्शन कंपनी गणेश कंस्ट्रक्शन के स्टोर कैंप में आग लगाने और कंपनी के मुंशी से मारपीट तक का नक्सली केस थाना कांड संख्या 11/18 दर्ज है।


एसपी ने यह भी बताया कि संरेडर करने वाले हार्डकोर माओवादी कार्तिक महतो के चार बच्चे है। इसमें तीन बेटे और एक बेटी। बेटी ने ही पिता के समाज से जुड़ने में महत्पूर्ण भूमिका निभाया। क्योंकि कुछ महीनों के लिए यह राज्य से बाहर चला गया। वहां से लौटने के बाद बेटी ने अपने नक्सली पिता को संरेडर करने का सुझाव दिया। इधर कार्यक्रम के दौरान कार्तिक महतो को जहां संरेडर नीति के तहत एक लाख का चेक सौंपा गया। तो इसी नीति के तहत अब राज्य सरकार द्वारा तीन लाख की राशि के साथ कई और सुविधाएं भी दी जाएगी। प्रेसवार्ता में डुमरी पुलिस निरीक्षक आदिकांत महतो समेत कई मौजूद थे।

Please follow and like us:
Show Buttons
Hide Buttons