अभियंत्रण सेवा समन्वय समिति ने मनाया अभियंता मोक्ष गुंडम विशवैशरया की 155वां जयंती
- डीसी ने कहा कि आधारभूत संरचना के विकास में इंजीनियर की भूमिका महत्पूर्ण
गिरिडीह। आधारभूत संरचना के क्षेत्र में महत्पूर्ण योगदान देने वाले देश के प्रसिद्ध अभियंता मोक्ष गुण्डम विशवैशरया का 155वां जयंती और 55वां अभियंता दिवस अभियंत्रण समन्वय समिति द्वारा गुरूवार को मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुवात दीप जलाकर और मोक्ष गुण्डम विशवैशरया के तस्वीर पर माल्यार्पण कर किया गया। कार्यक्रम में डीसी नमन प्रियेश लकड़ा और डीडीसी शशिभूषण मेहरा के साथ सेवानिवृत्त अभियंता विनय सिंह, भोला राम, राजेंद्र प्रसाद, बालकिशोर किस्कू, हरिश चंद्रचागीदिघी भी शामिल हुए। डीसी समेत कई अभियंताओं को मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया।
मौके पर डीसी श्री लकड़ा ने कहा कि देश के विकास में इंजीनियर का योगदान सबसे अधिक रहा है। एक इंजीनियर चाहे तो वो ईमानदारी के साथ देश में सड़क से लेकर पुल और कई बड़े परियोजनाओं का निर्माण बेहतर तरीके से कर सकता है, लेकिन आज के हालात अभियंताओं के लिए चुनौतीपूर्ण है और इसी चुनौती के बीच अभियंता को सही तरीके से देश का निर्माण भी करना है। उन्होंने कहा कि अभियंता अब ये तय करे कि उन्हें अपने काम का एक मिशाल कायम करना है तो लक्ष्य मुश्किल नहीं।
कार्यक्रम को डीडीसी के साथ अभियंत्रण समन्वय समिति के जिला अध्यक्ष भोला राम ने भी संबोधित किया। वहीं स्थापना दिवस समारोह को सफल बनाने में अजीत कुमार, राजीव रंजन, दसरथ शर्मा, मुकेश कुमार, सोमा उरांव समेत अलग अलग विभाग के कई अभियंताओं ने महत्पूर्ण योगदान रहा।