ईडी ने मुख्यमंत्री को जारी किया समन, सुबे में बढ़ी सियासी हलचल
- सत्ता पक्ष ने बुलाई बैठक, विपक्ष के कई नेता पहुंचे दिल्ली
- सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेताओं में चला बयानबाजी का दोर
रांची। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईडी द्वारा समन जारी किए जाने के बाद झारखंड में एक बार फिर सियासी हलचल तेज हो गई है। इस बीच शाम को जहां यूपीए विधायक दल की बैठक बुलाई गई। वहीं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश और विधायक दल के नेता बाबलूाल मरांडी दिल्ली रवाना हो गए है। बुधवार सुबह ये खबर आई है कि प्रवर्तन निदेशालय ने अवैध खनन और मनी लाउंड्रिंग मामले में प्रदेश के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को समन भेजा है। मुख्यमंत्री को 3 नवंबर को दिन के साढ़े 11 बजे रांची स्थित ईडी के जोनल ऑफिस में बुलाया गया है। वहीं दूसरी तरफ ईडी ने रांची स्थित ईडी कार्यालय की सुरक्षा बढ़ाने की मांग को लेकर पुलिस मुख्यालय को पत्र भेजा था। इसकी एक कॉपी केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल को भी भेजा गया था।
विदित हो कि ईडी ने 19 जुलाई को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा को मनी लाउंड्रिंग और अवैध खनन के आरोपों में गिरफ्तार किया था। ईडी ने चार्जशीट में बताया था कि पंकज मिश्रा ने 42 करोड़ रुपये की मनी लाउंड्रिंग की है। साथ ही ईडी ने चार्जशीट में बताया था कि प्रदेश में 1 हजार करोड़ रुपये से अधिक का अवैध खनन किया गया। फिलहाल, पंकज मिश्रा न्यायिक हिरासत में है और रिम्स में उसका इलाज चल रहा है। हाल ही में ईडी ने 2 लोगों को गिरफ्तार किया। उनसे पूछताछ में पता चला कि पंकज मिश्रा न्यायिक हिरासत में भी फोन के जरिए अधिकारियों के संपर्क में था। लोगों को धमकाने के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नाम का इस्तेमाल करता था।
- जनादेश का मतलब लूट का लाईसेंस नहीं: बाबूलाल मरांडी
इधर, ईडी के इस कदम के बाद झारखंड में सियासी बयानबाजियां भी तेज हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा कि सीएम को समझना होगा कि जनादेश लूट का लाइसेंस नहीं होता। लूट के पाप को वोट से कवर नहीं किया जा सकता। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि सच कभी छिपता नहीं है। फरवरी में उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस कर इन मुद्दों को पुख्ता सबूत के साथ सामने रखा था। अब जांच में भी सारे तथ्य सामने आ रहे हैं। आज राज्य की परिस्थिति के लिए हेमंत सोरेन जिम्मेवार हैं। कहा कि सबूत मिलने के बाद भी अपने विधायक प्रतिनिधि को नहीं हटाने वाले हेमंत सोरने से इस्तीफे की उम्मीद बेमानी है।
ईडी की बुलाहट का दिया जायेगा माकूल जवाब: सीएम
दूसरी तरफ झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि उन्हें ईडी की ओर से बुलाहट आया है और वह इसका माकूल जवाब देंगे। वह साजिशों से घबराने वाले नहीं है। कहा कि विरोधी पार्टियां जब राजनीतिक रूप से मुकाबला नहीं कर पाये तो उन्होंने संवैधानिक संस्थाओं को पीछे लगा दिया है। कहा कि केन्द्र सरकार और राज्य की विपक्षी पट्रियों को उनके द्वारा रचे जा रहे षड्यंत्रों का जवाब राज्य के नौजवान, किसान, मजदूर, दलित, महिलाएं, बच्चे, आदिवासी और बुजुर्ग देंगे। हेमंत सोरेन ने कहा कि ईडी ने सोनिया गांधी को बुलाया, राहुल गांधी को बुलाया और अब मुख्यमंत्री को बुलावा भेजा है। जिसका जवाब भी दिया जायेगा।