चटनियांदाह को पिहरा पश्चिमी में शामिल करने की मांग को ले ग्रामीणों ने जताया आक्रोश
- कहा चुनाव के बाद साजिश के तहत गांव को पिहरा पूर्वी में किया गया है शामिल
गिरिडीह। जिले के गावां प्रखंड स्थित चटनियांदाह कोहवरवा के ग्रामीणों ने उक्त गांव को पिहरा पूर्वी में शामिल करने को लेकर विरोध जताया। ग्रामीणों का कहना है कि पंचायती राज व्यवस्था लागू होने के बाद वे सभी पिहरा पश्चिमी पंचायत में थे। अगले चुनाव के बाद एक साजिश के तहत गांव को पिहरा पूर्वी में शामिल कर दिया गया है जो सरासर गलत है। ग्रामीणों ने कहा कि पिछले चुनाव में भी गलत सीमांकन का विरोध किया था लेकिन तत्कालीन पदाधिकारियों ने आश्वासन दिया था कि इसे शीघ्र ही पिहरा पश्चिमी में जोड़ दिया जाएगा।
कहा कि यहां के काफी संख्या में ग्रामीणों को पिहरा पूर्वी के वार्ड संख्या 8 एवं 9 में जोड़ दिया गया है। जिससे यहां के लोगों को वोट देने के लिए तीन से चार किलोमीटर दूर तक जाना पड़ता है। जिससे काफी संख्या में महिलाएं, वृद्ध आदि या तो वोट का प्रयोग नहीं कर पाते हैं या फिर काफी परेशानियों का सामना कर वोट देना पड़ता है।
मो. सज्जाद आलम ने कहा कि चटनियांदाह कोहवरवा गांव प्रारंभ से ही पिहरा पश्चिमी में रहा है। जिसे पुनः पश्चिमी में ही जोड़ा जाए। यदि ऐसा नहीं होता है तो दोनों गांव के ग्रामीण आंदोलन के लिए बाध्य हो जाएंगे। उक्त गांव के ही मो. फारूक एवं महावीर चौधरी ने कहा कि कुछ लोगों ने व्यक्तिगत स्वार्थ के चलते एक साजिश के तहत पिहरा पूर्वी में गांव को जोड़वा दिया है। पिहरा पूर्वी में जोड़े जाने से गांव का विकास पूरी तरह से अवरुद्ध हो गया है। ग्रामीणों को छोटे मोटे कार्य के लिए भी मुखिया के पास जाने में काफी दूरी तय करना पड़ता है।