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माइका खदान में दबने से चार मजदूरों की मौत की घटना ने गिरिडीह के गांवा रेंजर के झूठ का खोला पोल

घटना के दुसरे दिन घटनास्थल पहुंचे अधिकारियों ने गूगल मैप के माध्यम से किया सीमा विवाद का समाधान

समाधान के बाद तय हुआ कि अब गांवा वन प्रक्षेत्र करेगा माइका के अवैध धंधेबाजो के खिलाफ कार्रवाई

अधिकारियों की टीम को जानकारी मिली, कई सालों से चल रहा था गौरियाचूं का खदान

गांवा वन प्रक्षेत्र के मिलीभगत से गांवा में सैकड़ो खदान से हर रोज हो रही है माइका की चोरी

गिरिडीहः
सीमा विवाद में उलझे माइका के अवैध खदान की घटना के दुसरे दिन शुक्रवार को गिरिडीह व कोडरमा के कई अधिकारी घटनास्थल गौरियाचूं जंगल में अवैध तरीके से चल रहे माइका खदान का निरीक्षण किया। दो जिलों के बीच सीमा विवाद का समाधान दुसरे दिन शुक्रवार को गूगल मैप के माध्यम से किया गया। इसके बाद तय हुआ कि अब माइका के अवैध कारोबार में शामिल धंधेबाजो के खिलाफ गांवा वन प्रक्षेत्र कार्रवाई करेगा। वैसे गांवा वन प्रक्षेत्र के पदाधिकारियों के झूठ का पोल यहां खुलता दिखा। क्योंकि गुरुवार तक गांवा रेंजर दुसरे जिले में घटना होने की बात टाल रहे थे। लेकिन शुक्रवार को गूगल मैप ने गांवा रेंजर के झूठ को बेनकाब कर दिया। इधर शुक्रवार को अधिकारियों की टीम को जानकारी मिली कि कोडरमा के नवलशाही इलाके माइका के अवैध कारोबारी शंकर साव और गांवा थाना क्षेत्र के सुनील यादव गौरियाचूं जंगल के इस माइका खदान को पिछले कुछ सालों से अवैध तरीके से चलाते आ रहे थे। इसके लिए दोनों धंधबाज दोनों जिलों के आसपास के मजदूरों द्वारा हर रोज खदान से करीब तीन से चार टन माइका की खुदाई कराकर निकालवाते थे।


घटनास्थल पहुंचे धनवार एसडीएम धीरेन्द्र सिंह, गिरिडीह खनन पदाधिकारी सतीश नायक, गांवा पुलिस निरीक्षक परमेशवर लियांगी, गांवा सीओ अरुण खलखो, गांवा थाना प्रभारी विजय केरकेट्टा के अलावे कोडरमा के डोमचांच पुलिस निरीक्षक आरएन ठाकुर, डोमचांच वन प्रक्षेत्र पदाधिकारी के. के ओझा पुलिस जवानों के साथ पहुंचे थे। इस दौरान अधिकारियों की टीम ने गौरियाचूं के इस पूरे खदान का जायजा लिया। टीम में शामिल एक अधिकारी की मानें तो खदान में कुछ और मजदूरों के फंसे होने की बात कही जा रही है। हालांकि इसका अधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाया। वहीं गुरुवार को गौरियाचूं जंगल के माइका के अवैध खदान में दबने से जिन चार मजदूरों की मौत हुई। उसमें गांवा के गौरियाचूं निवासी बडकू मांझी के अलावे कोडरमा के ढाब थाना इलाके के अनिल यादव और कोडरमा के धजवा के दो और मजदूरों की मौत हुई।
बहरहाल, गौरियाचूं जंगल में हुए घटना ने एक बार फिर गांवा वन प्रक्षेत्र के पदाधिकारियों का पोल खोल दिया है। किस प्रकार गांवा रेंजर के मिलीभगत से गांवा में एक-दो नहीं। बल्कि सैकड़ों की संख्या में माइका के अवैध खदान चल रहे है। इसे गांवा वन प्रक्षेत्र के पदाधिकारी की कमाई तो बढ़ा ही। साथ ही इन इलाकों के माइका के अवैध कारोबार में शामिल धंधेबाजों की कमाई में तरक्की हुआ है। क्योंकि हर बार घटना के बाद गांवा वन प्रक्षेत्र के पदाधिकारी खुद को पाक साफ साबित करने के प्रयास में दिखते है। लेकिन एक साथ चार मजदूरों की मौत ने गांवा रेंजर की परेशानी इस बार बढ़ा दिया है। यह साफ तौर पर दिख रहा है।

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