गिरिडीह के सम्मेद शिखर मधुबन में हुए महामंडल विद्यान और शांतिधारा का आयोजन, कई राज्यों के जैन श्रद्धालु हुए शामिल
गिरिडीहः
तीर्थंकरो के भूमि गिरिडीह के सम्मेद शिखर मधुबन में गुरुवार को कई विधान आयोजित हुए। पिछले पांच दिनों से सम्मेद शिखर के सिद्धायतन में चल रहे सिद्धचक्र महामंडल विधान और विश्व शांति महायज्ञ के आयोजन में दिल्ली, अलीगढ़, गिरिडीह, कोडरमा, गोवाहाटी, धनबाद, पुरुलिया, जयपुर समेत कई राज्यों के बड़े शहरों के जैन श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी थी। इस दौरान सिद्धायतन की जैन साध्वी श्री 105 सुयोग्नन्दीमाता और 105 प्रशांत सागर जी महाराज के सानिध्य में सारे विधान पूरे कराएं गए। मौके पर पांचवे दिन भगवान आदिनाथ का अभिषेक और विश्वशांति धारा का पाठ हुआ। तो दिल्ली के दिग्विजय लहर छाबड़ा परिवार ने विशेष शांतिधारा पाठ कराया। पंडित मुकुल जैन अजमेरा के णमोःकार मंत्र के साथ सारे क्रियाओं और विधानों को पूरा कराया गया।

वहीं इस भव्य आयोजन स्थल में आने वाले 27 मार्च को जैन साध्वी की दीक्षा लेने वाली दीक्षार्थी दीदी की गोद भराई किया गया। जबकि महिलाओं ने भजनों पर नृत्य पेश किए। इस दौरान सुयोग्नन्दीमाता ने कहा कि अरबपति और खरबपतियों को भी महामंडल विद्यान में शामिल होने का मौका नहीं मिलता। मन के धनी व्यक्ति ही इन विद्यानों को पूरा करते है। पुण्य कर्म से जुड़े भक्तों पर ईश्वर की कृपा हमेशा रहती है। इधर महामंडल विद्याान में राजकुमार अजमेरा समेत काफी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए थे।