गिरिडीह कॉलेज में शिक्षा परियोजना ने किया मुखिया सम्मेलन, पदाधिकारियों ने कहा हालत बेहतर करने में मुखिया की बेहद जरुरत
गिरिडीहः
शिक्षा परियोजना ने शुक्रवार को गिरिडीह कॉलेज स्थित मल्टीर्पपस भवन में मुखिया सम्मेलन का आयोजन किया। सम्मेलन में जिले के 343 पंचायत के मुखिया शािमल हुए। जबकि सम्मेलन में जिप अध्यक्ष मुनिया देवी, डीआरडीए निदेशक आलोक कुमार, जिला शिक्षा अधीक्षक विनय कुमार और शिक्षा पदाधिकारी नीलम समेत कई पदाधिकारी मौजूद थे। सरकारी स्कूलों में नामांकित छात्रों का ड्राप आउट, नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के साथ जिले के स्कूलों में नामांकन की संख्या बढ़ाने और छात्रों का स्कूलांे में ठहराव के साथ शिक्षा क्यों जरुरी विषय पर आयोजित कार्यशाला में पदाधिकारियों ने अपने-अपने विचार रखे। मौके पर जिप अध्यक्ष ने कहा कि स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था का हाल किसी से छिपा नहीं है। कभी शिक्षक नहीं रहते, और रहते हे तो बगैर पढ़ाई के निकल जाते है। एक तरफ से शिक्षक सिर्फ वेतन के रुप में मोटा रकम उठा रहे है। जबकि हालात ऐसे होना चाहिए कि एक-एक छात्र की जिम्मेवारी शिक्षक ले, और हर रोज हर छात्रों को शिक्षक से सही तरीके से मॉनिटरिंग करे। जिप अध्यक्ष ने कहा कि इन कामों में मुखिया की भूमिका महत्पूर्ण हो जाती है। तो मुखिया अपने इलाके के स्कूलों की पढ़ाई और बच्चों के उपस्थिति पर कुछ ध्यान रखे।

इधर सम्मेलन के मौके पर शिक्षा अधीक्षक विनय कुमार ने कहा कि ग्रामीण इलाके स्कूल और शिक्षा के हालात को बेहतर करने में पंचायत प्रतिनिधियों की भूमिका काफी बड़ी है। मुखिया को तय करना होगा कि उनके इलाके के स्कूलों में शिक्षक आते है या नहीं। और सही तरीके से पढ़ाई होती है या नहीं। बगैर मुखिया के सहयोग से इस हालात को सुधारा नहीं जा सकता। इस दौरान सम्मेलन को शिक्षा पदाधिकारी नीलम और डीआरडीए निदेशक आलोक कुमार ने भी संबोधित किया।