माले के पहल पर हुई श्री रबर फैक्ट्री के प्रबंधन व मजदूरों के बीच वार्ता
- दस दिनों के अंदर बकाए मानदेय देने पर बनी सहमति
गिरिडीह। श्री रबर फैक्ट्री से हटाए गए मजदूर मंगलवार को भाकपा माले के विधानसभा प्रभारी राजेश सिन्हा के नेतृत्व में लेबर ऑफिस पहुंचे। जहां फैक्ट्री के तरफ से आए मैनेजर अरुण शर्मा के साथ वार्ता हुई। श्रम अधीक्षक रविशंकर कुमार की अगुवाई में हुई वार्ता के दौरान सभी मजदूरों को दस फरवरी तक बकाया राशि देने का आश्वासन दिया गया।
मौके पर भाकपा माले विधानसभा प्रभारी राजेश सिन्हा ने कहा कि कुछ फेक्ट्री वाले मजदूर को सहयोगी नहीं मानते है। वे पूरी तरह से व्यवसायी होते है। उनके अंदर मजदूरों के प्रति कोई संवेदना नही होती है। कहा की कुछ फेक्ट्री मालिक एक ही मजदूरों का तीन महीने में नाम बदलते है। कहा कि रबर फैक्ट्री भी ऐसे ही फैक्ट्री के अंर्तगम आता है। कहा कि माले मजदूरों के साथ उसके हक और अधिकार के लिए हमेशा खड़ा रहता है। जिसके संघर्ष के परिणाम स्वरूप ही आज ये सफलता मिली है।
मौके पर श्याम सुंदर हजाम, शिव कुमार राणा, अरुण महतो, गिरधारी महतो, बजरंगी दास, अशोक दास, टीप नारायण दास, सुजीत नाग, रसिक मरांडी, बाबूलाल मरांडी, महेंद्र शर्मा, काली पासवान, बोधी दास आदि उपस्थित थे।