एसपी और साइबर डीएसपी ने किया गिरिडीह के बैंकर्स के साथ बैठक
साइबर अपराध को रोकने को लेकर हुई चर्चा, दिये आवश्यक दिशा निर्देश
गिरिडीह। साइबर अपराध पर अंकुश लगाने को लेकर मंगलवार को पुलिस लाईन के सभा कक्ष में गिरिडीह के बैंक अधिकारियों के साथ एसपी अमित रेणु ने बैठक की। करीब डेढ़ घंटे तक चले बैठक में कोई खास फैसला तो नहीं लिया गया। लेकिन आईटी एक्ट के पुराने नियम को पुलिस और बैंकिग सेक्टर के आपसी तालमेल में क्रियान्वित करने पर चर्चा हुई। बैठक में सदर एसडीपीओ कुमार गौरव और साइबर डीएसपी संदीप सुमन समदर्शी भी शामिल हुए। एसपी ने मौजूद बैंक पदाधिकारियों से बढ़ते साइबर अपराध को लेकर समस्याओं से अवगत होने का प्रयास किया। लेकिन बैंक पदाधिकारियों ने पुलिस विभाग से किसी प्रकार के समस्या होने की बात से इंकार कर दिया।
हर स्तर पर करेंगे सहयोग
बैंक पदाधिकारियों ने भरोषा दिलाया कि साइबर अपराध को रोकने के लिए हर स्तर पर पुलिस विभाग को सहयोग किया जाएगा। इसके लिए अब बैंक परिसर के भीतर भी एक अलार्म को एक्टिव किया जाएगा। जिसे बैंक आने वाले ग्राहकों को यह अलार्म अलर्ट करता रहेगा कि कोई भी खाताधारक किसी अज्ञात काॅलधारक को अपने बैंक खाते की गोपनीय जानकारी शेयर नहीं करें।
आईटी एक्ट नियम के अनुसार आपसी तालमेल के साथ करें काम
एसपी समेत अन्य पुलिस पदाधिकारियों ने बैंक पदाधिकारियों को सुझाव दिया कि आईटी एक्ट के नियम के अनुसार बैंक व पुलिस आपस में तालमेल रखकर काम करना शुरु करें। क्योंकि अक्सर ऐसे मामले आते है कि कोई खाताधारक पुलिस के सुझाव पर अपने खाते की जानकारी लेने बैंक जाता है। तो उसे लौटा दिया जाता है। इससे खाताधारकों में बैंक की सिर्फ लापरवाही नजर आती है। इसे तुंरत दूर करने का एसपी ने निर्देश दिया। साथ ही साइबर अपराधियों को लेकर टेलीकाॅम सेक्टर से जुड़े लोगों पर भी सख्ती बरतने का सुझाव दिया गया। जिससे टेलीकाॅम सेक्टर के लोग सावधानी के साथ सीम कार्ड बेच सकें।