प्रतिमा विसर्जन के साथ संपन्न हुई शारदीय नवरात्र, नम आंखों से भक्तों ने दी मां को विदाई
- मानसरोवर तालाब में नाव से हुई दर्जन भर प्रतिमाओं का विसर्जन
- प्रतिमा विसर्जन के विहंगम दृश्य देखने के लिए मानसरोव तालाब के चारो तरफ उमड़ी थी भक्तों की भीड़
- विसर्जन से पूर्व मानसरोवर तालाब में एसपी और विधायक ने किया नाव का उद्घाटन
गिरिडीह। शारदीय नवरात्र के दौरान नो दिनों तक मां शक्ति की आराधना करने के बाद दसवें दिन मंगलवार को प्रतिमा विसर्जन के साथ दुर्गा पूजा संपन्न हो गई। मंगलवार को जिला मुख्यालय के शहरी क्षेत्र समेत ग्रामीण इलाकों के अधिकांश प्रतिमाओं का विसर्जन पूरे धूमधाम के साथ किया गया। इस दौरान भक्तों ने नम आंखों से माता को विदाई देते हुए पहले कोईछा भरा। इसके बाद सुहागिनों ने पूरे उत्साह के साथ सिंदूर खेला। इसके बाद शुरू हुआ माता की विदाई का दौर।

नम आंखों से भक्तो ने माता की प्रतिमा लिए बड़े वाहनों में निकले। भजनों की रसवर्षा और ढोल नगाड़े के साथ भक्तों ने प्रतिमा विसर्जन के लिए बरवाडीह स्थित मानसरोवर पहुंचे। इस दौरान कई स्थानों पर महिलाएं भी शामिल हुई और पारंपरिक ढोल की धाप पर महिलाओं के साथ साथ युवा झुमते हुए जय दुर्गे का उद्घोष लगाते हुए चल रहे थे।

इधर विसर्जन के लिए सालो से भक्तो के आस्था का केंद्र रहे शहर के मानसरोवर तालाब में ही दर्जन भर से अधिक माता की प्रतिमा का विसर्जन नाव से किया गया। मानसरोवर तालाब विषर्जन समिति के अध्यक्ष बाबुल गुप्ता, उपाध्यक्ष बिनोद केशरी सहित अन्य सदस्यो के नेतृत्व में तालाब में एक के बाद एक दर्जन भर प्रतिमा विसर्जन किया गया। इस दौरान तालाब के चारो तरफ लाखों की संख्या में भक्तांे की भीड़ इस विहंगम दृश्य को देखने के लिए जुटी हुई थी। प्रतिमा विसर्जन के पूर्व एसपी दीपक कुमार शर्मा और सदर विधायक सुदिव्य कुमार सोनू ने मानसरोवर तालाब में नाव का उद्घाटन किया। प्रतिमा विसर्जन के दौरान नाव की आकर्षक रूप से सजावट करने के साथ ही सरोवर के चारो तरफ लाइट की व्यवस्था की गई थी। वहीं सुरक्षा के नजरिए से सरोवर में तैराक विनोद मिश्रा के नेतृत्व में गोताखोरों की टीम भी तैनात की गई थी।

इधर शहर में सुरक्षा के लिहाज से एसडीएम विशाल दीप खलको, डीएसपी संजय राणा समेत नगर थाना प्रभारी भी मौजूद थे। एसएसबी और जिला पुलिस बल के जवान भी तैनात किए गए थे।