शहीद दिवस पर याद किए गए शहीद भगत सिंह, राजगुरु व सुखदेव
- माले व सशक्त महिला संस्थान ने दी श्रद्धांजली
गिरिडीह। प्राणों की आहुति देने वाले तीन महान क्रांतिकारी अमर शहीद भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव सिंह के बलिदान दिवस पर शनिवार को माले, सशक्त महिला संस्थान व पतंजलि शहर के भगत सिंह चौक स्थित शहीद भगत सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर एवं पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई। इस दौरान सभी ने उनकी वीरता को याद किया गया।
इस मौके पर माले नेता राजेश सिन्हा सहित अन्य नेताओं ने कहा कि शहीद भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को आज के दिन ही 1931 में फांसी दी गई थी। कहा कि आजादी के लिए हसंते हंसते अपनी आहुति देने वाले तीन वीर शहीद चाहते तो अपनी फांसी को टाल सकते थे, लेकिन सोई हुई जनता को और युवा को जगाने के लिए उन्होंने फांसी का रास्ता चुना जिससे भारत में देश के प्रति प्यार और अंग्रेजो के प्रति आक्रोश पैदा हुआ। कहा कि आज के युवा शहीद भगत सिंह के विचारो को नहीं पढ़ते बस साल में एक आध बार याद कर लेते है।
इधर सशक्त महिला संस्थान अध्यक्ष नीतू शोला व सचिव सह योग शिक्षिका पुष्पा शक्ति ने कहा कि तीनों शहीद भारत के सच्चे सपूत थे। उनकी वीरता से अंग्रेज़ सरकार इतनी डर गई थी की फांसी के नियत तिथि के एक दिन पूर्व ही उन्हें चोरी-छिपे आधी रात को फाँसी दे दी थी। उन्होंने अपने देश भक्ति और देश प्रेम को अपने प्राणों से भी अधिक महत्व दिया और मातृभूमि के लिए हँसते हँसते प्राण न्योछावर कर गए। यह दिवस न केवल देश के प्रति सम्मान और हिंदुस्तानी होने का गौरव का अनुभव कराता है, बल्कि वीर सपूतों के बलिदान को भीगे मन से श्रद्धांजलि देता है।