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स्वास्थ्य सुविधा से सुदूर ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को कोडरमा सदर में मिल रही है राहत

  • फिजियोथेरेपी व्यवस्था बहाल करने को लेकर चिन्हित स्थल का उपायुक्त ने किया निरीक्षण
  • मेडिकल टेलीकंसलेटेशन की हुई शुरुआत
  • वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के माध्यम से मरीजों को दी जायेगी चिकित्सीय सलाह: उपायुक्त
  • मरीजों से बात-चीत कर उनके स्वास्थ्य के बारे में जाना

कोडरमा। जिले में स्वास्थ्य व्यवस्था को ओर भी सुदृढ़बनाने को लेकर जिला प्रशासन लगातार प्रयासरत है। उपायुक्त आदित्य रंजन के प्रयास से सदर अस्पताल समेत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, वेलनेस हेल्थ सेंटर में कई तरह के मेडिकल उपकरण और सेवा उपलब्ध कराये गये हैं। ताकि मरीजों का सहजता से ईलाज हो सके। इस कड़ी में मंगलवार को सदर अस्पताल कोडरमा में उपायुक्त की उपस्थिति में मेडिकल टेलीकंसलेटेशन की शुरुआत की गई।

मौके पर उपायुक्त ने बताया कि इस स्वास्थ्य सुविधा से सुदूर ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को बहुत सहूलियत मिलेगी। सदर अस्पताल में सोमवार से शनिवार तक दिन के 2 बजे से 3 बजे तक ग्रामीण क्षेत्र के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर इलाज के लिए पहुंचे हुए मरीजों से वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के माध्यम से उनकों चिकित्सीय सलाह दी जाएगी, फिर उसी सेंटर पर मरीजों को सीएचओ के माध्यम से उनको दवा उपलब्ध कराई जाएगी और जरूरत पड़ने पर उन्हें सदर अस्पताल रेफर किया जाएगा। इस सुविधा के शुरू होने से लोगों को सामान्य चिकित्सा के लिए उन्हें जिला मुख्यालय आने की आवश्यकता नहीं होगी। आज जिले के 10 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर मरीजों को चिकित्सीय सलाह दी गयी जबकि जल्द ही जिले के सभी 41 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को इस सुविधा से जोड़ दिया जाएगा।

ज्ञात हो कि उपायुक्त द्वारा सदर अस्पताल में ऑर्थाे ओटी, आंख के ऑपरेशन के लिए ओटी, पैथोलॉजी, इमरजेंसी का जीर्णाेद्धार, आयुष्मान वार्ड बनाने का कार्य पूरा किया जा चुका है। ओपीडी में आज से छः महीने पहले तक जहां 300 से 400 मरीज प्रत्येक दिन इलाज के लिए आते थे, आज वह संख्या 600 से ज्यादा हो गयी है। सदर अस्पताल के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ ब्रजेश कुमार सिंह द्वारा मरीजों को चिकित्सीय सलाह दिया गया।

इस दौरान उपायुक्त आदित्य रंजन अपने दौरे के क्रम में सदर अस्पातल में ईलाज कराने आये मरीजों से बात-चीत की और उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी प्राप्त की। मरीजों ने बताया गया कि चिकित्सकों द्वारा बेहतर तरीके से स्वास्थ्य जांच किया गया।
उपायुक्त द्वारा सदर अस्पताल में फिजियोथेरेपी शुरु करने को लेकर चिन्हित स्थल का निरीक्षण किया गया। डीपीएम द्वारा फिजियोथेरेपी शुरु करने को लेकर आवश्यक आवश्यकताओं एवं भवन निर्माण से संबंधित जानकारी दिया गया। उपायुक्त ने कनीय अभियंता को फिजियोथेरेपी भवन निर्माण हेतु प्रस्ताव तैयार करते हुए कार्य शुरु करने का निर्देश दिये।

मौके पर अनुमंडल पदाधिकारी मनीष कुमार, सिविल सर्जन डॉ डीपी सक्सेना, वरीय दन्त चिकित्सा पदाधिकारी डॉ शरद कुमार, जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ मनोज कुमार, हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ विशाल कुमार, जिला कार्यक्रम प्रबंधक महेश कुमार, अस्पताल प्रबंधक तब्बसुम नाज सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित थे।

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