रिम्स को सरकार ने बच्चों को कोविड से बचाने के लिए घोषित कियासेंटर ऑफ एक्सिलेंस
कोविड की अगर तीसरी लहर आई तो रिम्स राज्य के अस्पतालों को करेगा मदद
रांची। राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में चल रहे गहन स्वास्थ्य जांच अभियान के तहत पिछले सात दिनों में 1 करोड़ 87 लाख 81 हजार 714 लोगों का सर्वे किया गया। लक्षण के आधार पर 1 लाख 30 हजार 507 व्यक्तियों की रैपिड एंटीजेन जांच की गई। जिसमें 18 वर्ष से नीचे के 35 बच्चे कोविड से संक्रमित मिले हैं।
ऐसे में राज्य में कोरोना की संभावित तीसरी लहर के मद्देनजर झारखंड सरकार ने तैयारियां शुरू कर दी है। हर जिले में बच्चों के लिए 20 बेड का आईसीयू तैयार किया जा रहा है। वहीं राज्य के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल रिम्स को सरकार ने बच्चों को कोविड से बचाने के लिए सेंटर ऑफ एक्सिलेंस घोषित किया है। झारखंड के एडिशनल चीफ हेल्थ सेक्रेट्री अरुण सिंह ने इस संबंध में रिम्स के डायरेक्टर को निर्देश दिया है।
जानकारी के अनुसार रिम्स के तीन विभाग डिपार्टमेंट ऑफ नियोनेटोलॉजी (छोटे बच्चों की देख), डिपार्टमेंट ऑफ पिडियाट्रिक, और सेंटर ऑफ एक्सिलेंस फॉर मैनेजमेंट ऑफ सैम चिल्ड्रेन को शामिल किया गया है। इनको कोविड के दौरान राज्य सरकार के मैटरनल ऑफ न्यू बॉर्न रिसोर्स सेंटर और आईडीएसपी के साथ समन्वय स्थापित कर काम करना होगा।