राधा : बाल विवाह के खिलाफ उठाई आवाज, उपायुक्त ने दिया सम्मान
उपायुक्त ने सरकारी योजनाओं का दिया लाभ
कोडरमा। बाल विवाह एक अभिशाप है यह जानते हुए भी लोग इसके लिए बच्चियों पर दबाव बनाते हुए अंजाम देने की कोशिश करते हैं। इसी कड़ी में डोमचांच प्रखंड के टिकैत टोला, मधुबन की रहने वाली राधा, जिसने खुद की शादी (बाल विवाह) के विरुद्ध आवाज बुलंद करते हुए विरोध दर्ज किया। उसने न केवल अपने परिवार वालों बल्कि दूसरे पक्ष के विरुद्ध भी आवाज उठायी और अपने उज्ज्वल भविष्य को लेकर उच्चत्तर शिक्षा प्राप्त करने के लिए खुद की शादी नहीं होने दी। यह कहना गलत नहीं होगा कि बच्ची ने अपने साहस का परिचय देते हुए समाज के लिए प्रेरणा बनी।
राधा से मिलने पहुंचे उपायुक्त व अन्य अधिकारी

राधा के साहस व पढ़ाई के प्रति रुझान की जानकारी मिलते ही कोडरमा उपायुक्त रमेश घोलप राधा के गांव पहुंचे। उपायुक्त ने राधा से मिलकर उसे सम्मानित करते हुए स्पॉन्सरशिप योजना व सरकार की अन्य योजनाओं का लाभ देकर शुभकामनाएं दी। उपायुक्त ने कहा कि राधा ने जो साहस दिखाया है और समाज के लिए जो मिशाल पेश किया है, वह काबिले तारीफ है। राधा ने बाल विवाह के विरुद्ध आवाज उठाते हुए अपने माता पिता के साथ-साथ लड़के पक्ष के समक्ष भी विरोध दर्ज करा अपनी शादी रोकी है। यह एक अच्छी पहल है। उसके साहस की प्रशंसा करते हुए उपायुक्त ने कहा कि राधा का यह कदम, दूसरे बच्चों के लिए एक प्रेरणा है। कहा कि जब बच्चे इस प्रकार के साहसिक कदम उठाते हैं तो, यह सिर्फ उस तक सीमित नहीं रहता बल्कि वह पूरे समाज के लिए मिशाल बन जाते हैं। उपायुक्त ने बताया कि गत दिनों नोबेल शांति पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी ने राधा का जिक्र करते हुए मिलने का सुझाव दिया था। उपायुक्त ने कहा कि बाल विवाह के मुद्दे पर प्रशासन, कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रनस फाउंडेशन व अन्य सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर जागरुकता कार्यक्रम चला रहा है।
बच्ची की उज्जवल भविष्य की दी शुभकामना
उपायुक्त को राधा ने बताया कि वह बड़ी होकर शिक्षिका बनाना चाहती है। उपायुक्त ने राधा को लक्ष्य की प्राप्ति और उज्जवल भविष्य की शुभकामना दी। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की समस्या होने पर वे व्यक्तिगत रूप से उनसे संपर्क कर सकती है।
स्पॉन्सरशीप योजना अंतर्गत दो हजार राशि का स्वीकृति पत्र प्रदान किये
उपायुक्त रमेश घोपल ने राधा पांडेय को शॉल देकर सम्मानित किया एवं सरकार की विभिन्न योजनाओं से जोडते हुए स्पॉन्सरशीप योजना अंतर्गत दो हजार राशि की स्वीकृति पत्र प्रदान की। राधा के 18 साल पूर्ण होने तक हर माह 2 हजार की राशि मिलेगी। सुकन्या योजना का लाभ देने हेतु जिला समाज कल्याण पदाधिकारी को निर्देश दिया गया। साथ ही बच्ची के पिता को वृद्धा पेंशन का लाभ देते हुए परिवार, जिनका नाम राशन कार्ड में नहीं जोड़ा गया है, उनका राशन कार्ड में नाम जोड़ने की बात कही। साथ ही सभी का गोल्डेन कार्ड बनाने का भी निर्देश दिया।
स्कूल व कोचिंग के शुल्क माफ करायी जायेगी
उपायुक्त ने बच्ची व उसके अभिभावक को आश्वासन देते हुए कहा कि स्कूल व कोचिंग का फीस का बीड़ा जिला प्रशासन उठाएगा। उन्होंने गोपनीय प्रभारी को जिला शिक्षा पदाधिकारी से समन्वय स्थापित करते हुए बच्ची की फीस माफी को लेकर अग्रेतर कार्रवाई के लिए निर्देश दिया। बता दें कि राधा पांडेय कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन द्वारा संचालित बाल मित्र, ग्राम् टिकैत टोला की बाल पंचायत की मुखिया है। राधा पांडेय की उम्र अभी 16 वर्ष है, लेकिन उसके पिता ने राधा की शादी तय कर दी थी, परंतु राधा ने शादी से इंकार करते हुए कहा कि हम बाल पंचायत के बच्चे बाल विवाह, बाल मजदूरी के खिलाफ व सभी बच्चों को शिक्षा मिल सके, के लिए अभियान चलाते हैं। ऐसे में वह खुद बाल विवाह कैसे कर सकती है? इस बात को उसने अपने मां-पिता और होने वाले ससुराल पक्ष को भी फोन कर समझाया। जब वो नही माने तब राधा ने बाल मित्र ग्राम कार्यकर्ताओं से बात की। जिसके बाद राधा की शादी रुक सकी। राधा ने नोबल शांति पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी को भी फोन कर मामले की जानकारी दी थी।
इन्होने की राधा से मुलाकात
मौके पर उप विकास आयुक्त आर रॉनिटा, गोपनीय प्रभारी जयपाल सोय, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी आरती कुमारी, जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी नरेंद्र सिंह, प्रखंड विकास पदाधिकारी मनीष कुमार, अंचल अधिकारी मांदेवी प्रिया, सत्यार्थी चिल्ड्रेंस फाउंडेशन के निदेशक ओमप्रकाश पाल व अन्य सदस्य मौजूद थे।