तृणमूल में प्रशांत किशोर के खिलाफ फिर से विरोध तेज
कोलकाता। अगले साल पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस में तरह-तरह के विवाद उठ खड़े हो रहे हैं। नयी परेशानी रणनीतिकार प्रशांत किशोर को लेकर है। तृणमूल में आये दिन नेता प्रशांत किशोर के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं। तृणमूल कांग्रेस के विधायक नियामत शेख ने विस्फोटक बयान देते हुए कहा है कि पीके की टीम तृणमूल कांग्रेस को बर्बाद कर देगी। मुर्शिदाबाद के हरिहरपारा से पार्टी के विधायक नियामत शेख ने पीके को ठेकेदार बताते हुए कहा कि वह पुराने नेताओं और तृणमूल की परंपरा का अपमान कर रहे हैं।
विधायक नियामत शेख के अनुसार पार्टी के नेताओं का इस्तेमाल किया जा रहा है। साथ ही राज्य में तृणमूल कांग्रेस को किसी भी प्रकार का नुकसान होता है तो उसके लिए पूरी तरह पीके की टीम जिम्मेदार होगी। बताते चलें कि इससे पहले बंगाल की बैरकपुर विधानसभा सीट से तृणमूल कांग्रेस के विधायक सिलभद्र दत्ता ने प्रशांत किशोर की एजेंसी के खिलाफ हमला बोलते हुए ऐलान किया था वे आगामी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। यह पार्टी के लिए ठीक नहीं है कि कोई एजेंसी यह निर्देश दे कि कैसे पार्टी को चलाया जाए।
कूचबिहार साउथ से तृणमूल कांग्रेस के विधायक मिहिर गोस्वामी ने भी पिछले दिनों कहा था कि पीके की कंपनी आइ-पैक अगर पार्टी को निर्देश देगी कि कैसे काम करें तो यह पार्टी के लिए अच्छा नहीं होगा। अगर कोई पार्टी चाहती है कि एजेंसी पार्टी को चलाए तो 100 फीसद पार्टी को नुकसान उठाना पड़ेगा। कार्यकर्ताओं को पार्टी से जुड़े कामों को संभालना चाहिए। इधर तृणमूल कांग्रेस के जानकारों का कहना है कि कई नेता, जिनकी टिकट परफारमेंस रिपोर्ट के आधार पर कटनी है वे पीके को निशाना बना कर पार्टी से अलग होंगे। मालूम हो कि पश्चिम बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए तृणमूल कांग्रेस ने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (पीके) को पार्टी की रणनीति बनाने की जिम्मेदारी दी है।