नालियों के गंदे पानी को इस्तेमाल लायक बनाने की योजना का प्रस्ताव गिरिडीह नगर निगम में पास
सदर विधायक सोनू ने रखा प्रस्ताव, पार्षदों ने भी सहमति, 10 ट्रीटमेंट प्लांट में पानी को किया जाएगा फिल्टर
शांतिपूर्ण माहौल में चले बैठक में जनहित की कई योजनाओं को विधायक के प्रयास से मिली मंजूरी
गिरिडीहः
नालियों के गंदे पानी को भी अब इस्तेमाल के लायक बनाया जाएगा। गिरिडीह नगर निगम जल्द ही इस प्रोजेक्ट को धरातल पर उतारने के लिए राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजेगा। गुरुवार को नगर निगम में बोर्ड की बैठक में कई प्रस्ताव पर चर्चा किया गया। तो कई प्रस्ताव पर काम शुरु करने की स्वीकृति भी दी गई। निगम सभागार में हुए बैठक में झामुमो के सदर विधायक सुदिव्य कुमार सोनू भी शामिल हुए। और विधायक सोनू ने ही बोर्ड के बैठक में इस प्रस्ताव को रखा। विधायक सोनू के प्रस्ताव को मौजूद सभी वार्ड पार्षदों ने तारीफ करते हुए सहमति भी दिया। प्रोजेक्ट की दिलचस्पी पर इस दौरान कुछ पार्षदों ने यह भी जानने का प्रयास किया कि गंदे पानियों का इस्तेमाल किस लायक किया जाएगा। इस पर विधायक सोनू ने कहा कि नालियों के गंदे पानी का इस्तेमाल निगम इलाके में कई कामों के लिए किया जा सकता है। जरुरत के आधार पर ऐसे पानी को इस्तेमाल के लायक बनाया जाएगा। इधर बैठक में प्रोजेक्ट को मिली सहमति के बाद प्रस्ताव को राज्य सरकार को भेजने का निर्देश हुआ। इस दौरान विधायक ने प्रोजेक्ट को बैठक में रखने के साथ ही यह भी जानकारी दिया कि नाली के गंदे पानी को वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में इस्तेमाल के लायक बनाया जाएगा। इसके लिए निगम के 10 स्थानों पर ट्रीटमेंट प्लांट बनाए जाएगें। जिसमें पचंबा के बुढ़वा अहार तालाब, व्हीट्टी बाजार महादेव तालाब, बोड़ो तालाब के अलावे शहर के उसरी नदी में अरगाघाट, नया पुल उसरी नटी तट, झरियागादी उसरी नदी के तट पर इन प्लांटो का निर्माण किया जाएगा। जहां निगम के सभी नालियों के पानी को स्टोरेज कर उसे इस्तेमाल के लायक बनाया जाएगा।
इस बीच बैैठक में राज्य सरकार द्वारा चयनित एजेंसी से निगम के 36 वार्डो में लाईट लगाने के योजना के प्रस्ताव को भी स्वीकृति दिया गया। साथ ही शहर के श्मसान घाट में शेड निर्माण को मंजूरी मिला। तो निगम के हर वार्ड में सोलर मिनी प्लांट निर्माण के प्रस्ताव पास किए गए। वैसे यह पहला मौका रहा जब किसी विधायक के मौजदूगी में बोर्ड की बैठक शांतिपूर्ण तरीके से चला। और जनहित के कई योजनाओं को स्वीकृति दिया गया। इसमें पेयजलापूर्ति योजना से जुड़े हर ट्रीटमेंट प्लांट में दो अतिरिक्त मोटर पंप लगाने की बात कही गई।
जबकि बैठक में 15वीं वित्त आयोग की राशि पौने पांच करोड़ के लागत से पूर्व में लिए गए निगम के 29 योजनाओं को भी पास किया गया। जिसमें नाली-गली और पीसीसी रोड का निर्माण शामिल है। इस दौरान उप नगर आयुक्त राजेश प्रजापति ने बताया कि फिलहाल पौने पांच करोड़ की राशि भेजा गया है। लेकिन जल्द ही अन्य योजनाओं के प्रस्ताव को नगर विकास मंत्रालय को भेजा जाएगा। इस दौरान उप नगर आयुक्त ने बैठक में बताया कि नगर निगम द्वारा सदर प्रखंड के पचंबा करहरबारी में पीएम भर्टिकल आवास का निर्माण किया जा रहा है। जिसमें सलाना तीन लाख से कम आय वाले लाभुकों को फ्लैट उपलब्ध कराया जाना है। इसके लिए लाभुक को पांच हजार रुपये जमा कर पहले निगम में निबंधित कराना होगा। इसके बाद राज्य सरकार के ढाई लाख के अनुदान राशि से फ्लैट दिया जाएगा। उप नगर आयुक्त ने यह भी बताया कि अब तक 68 लाभुकों ने फ्लैट बुक कराया है। जबकि कुल फ्लैटों की संख्या 190 यूनिट के करीब है। इधर बैठक में महापौर प्रकाश सेठ, वार्ड पार्षद रंजीत यादव, पप्पू रजक, कमल सिंह, अनिता देवी, नीलम झा समेत कई पार्षद मौजूद थे।